Kal Ka Mousam: देश के सभी राज्यों में कल कैसा रहेगा मौसम, देखें मौसम विभाग का पूर्वानुमान 

 
Kal Ka Mousam: देश के सभी राज्यों में कल कैसा रहेगा मौसम, देखें मौसम विभाग का पूर्वानुमान 
Kal Ka Mousam: देश के सभी राज्यों में कल का मौसम कैसा रहने वाला है आइए जानते है मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार कल कहां-कहां बरसात होने वाली है और किन जगहों पर मौसम साफ रहने वाला है, आइए देखें मौसम की पूरी रिपोर्ट...

दिसंबर के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में मौसम का मिज़ाज लगातार बदलता हुआ नजर आ रहा है। दिल्ली-एनसीआर में बेहद खराब वायु गुणवत्ता होने के कारण ग्रैप-4 लागू हो गया। इसके साथ ही, ग्रामीण इलाकों में घने कोहरे का असर दिखाई दे रहा है, जबकि शहरी क्षेत्रों में स्मॉग छाया हुआ है। हरियाणा, झारखंड, उत्तर आंतरिक कर्नाटक तथा केरल और माहे के कुछ हिस्सों में भी हल्की बढ़ोतरी देखी गई। इसके विपरीत तमिलनाडु, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के कुछ क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान में 1 से 2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। Kal Ka Mousam

मौसम प्रणाली की बात करें तो उत्तर पाकिस्तान के ऊपर निचले क्षोभमंडल में एक पश्चिमी विक्षोभ ऊपरी वायु चक्रवाती परिसंचरण के रूप में सक्रिय है। इसके अलावा, मध्य क्षोभमंडल में लगभग 55° पूर्व देशांतर और 30° उत्तर अक्षांश के उत्तर में एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ गर्त के रूप में बना हुआ है। Kal Ka Mousam

पश्चिम और उससे सटे उत्तर-पश्चिम भारत के ऊपर उपोष्णकटिबंधीय पश्चिमी जेट स्ट्रीम सक्रिय है, जिसकी मुख्य हवाओं की गति समुद्र तल से करीब 12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर 95 नॉट तक दर्ज की गई है। इसके साथ ही, 17 दिसंबर 2025 की रात से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करने वाला एक नया कमजोर पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है। इन मौसमी परिस्थितियों के प्रभाव से 15 दिसंबर को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के कुछ इलाकों में हल्की बारिश या बर्फबारी हो सकती है। Kal Ka Mousam

वहीं हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और अरुणाचल प्रदेश में 15 से 17 दिसंबर के बीच हल्की वर्षा अथवा स्नोफॉल की संभावना जताई गई है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 15 से 18 दिसंबर के दौरान गरज-चमक के साथ बारिश होने तथा 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से झोंकेदार हवाएं चलने की आशंका है। Kal Ka Mousam

IMD ने ठंड को लेकर भी चेतावनी जारी की गई है। 15 और 16 दिसंबर को तेलंगाना और आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों में शीतलहर की स्थिति बने रहने की प्रबल संभावना है, जबकि 15 दिसंबर को उत्तर आंतरिक कर्नाटक में गंभीर शीतलहर का खतरा है। कोहरे की बात करें तो 15 और 16 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने की संभावना है, जिसमें 15 दिसंबर को अत्यंत घने कोहरे की स्थिति बन सकती है। Kal Ka Mousam

इसके अलावा, उत्तर-पूर्वी भारत में 15 से 19 दिसंबर तक, हिमाचल प्रदेश में 15 से 17 दिसंबर तक तथा पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश में 15 और 16 दिसंबर को कई स्थानों पर घना कोहरा बने रहने की संभावना जताई गई है।

दिल्ली में कल कैसा रहेगा मौसम Kal Ka Mousam

दिल्ली में कल यानी 15 दिसंबर को आसमान साफ रहेगा। सुबह के समय अधिकांश इलाकों में हल्का कोहरा छाया रह सकता है, जबकि कुछ स्थानों पर मध्यम स्तर का कोहरा देखने को मिलेगा। 

सुबह के समय हवा मुख्य रूप से उत्तर-पश्चिम दिशा से चलेगी और इसकी रफ्तार लगभग 10 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है। दोपहर के दौरान उत्तर-पश्चिमी हवाओं की गति बढ़कर करीब 15 किलोमीटर प्रति घंटा होने की संभावना है। वहीं शाम और रात के समय हवा की दिशा उत्तर-पश्चिम ही बनी रहेगी, लेकिन इसकी गति घटकर लगभग 10 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है।

यूपी में कल कैसा रहेगा मौसम Kal Ka Mousam

प्रदेश में मौसम के मिजाज में बदलाव देखा जा रहा है। बीते तीन–चार दिनों से उत्तर-पश्चिमी हवाओं के प्रभाव के कारण न्यूनतम और अधिकतम तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई, जिससे सुबह और शाम की ठंडक बढ़ गई है। मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, अगले 48 घंटों के दौरान न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ोतरी हो सकती है। 

राजधानी लखनऊ में रविवार को सुबह और शाम के समय हल्की धुंध के साथ मिश्रित कोहरा देखने को मिला, जबकि दिन में तेज धूप खिली रही। सुबह-शाम गुलाबी ठंड का असर बना रहा। Kal Ka Mousam

मौसम विभाग के अनुसार, कल यानी सोमवार को भी सुबह और शाम हल्का कोहरा छाए रहने की संभावना है। दिन के समय आसमान साफ रहेगा। 

बिहार में कल कैसा रहेगा मौसम

बिहार मौसम सेवा केंद्र ने राज्य में कोहरे को लेकर ताज़ा पूर्वानुमान जारी किया है। विभाग के मुताबिक, अगले दो दिनों तक बिहार के कई जिलों में रात और सुबह के समय मध्यम से लेकर घना कोहरा छाए रहने की आशंका है। इसका असर आम जनजीवन के साथ-साथ सड़क और रेल यातायात पर भी पड़ सकता है। Kal Ka Mousam

मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, रोहतास, कैमूर, मधुबनी, दरभंगा, अररिया, किशनगंज, गया, औरंगाबाद, बांका और भागलपुर जिलों के कुछ क्षेत्रों में कोहरे का प्रभाव अधिक रहने की संभावना है। 

इन इलाकों में सुबह के समय दृश्यता काफी कम हो सकती है। विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट दर्ज की जा सकती है। हालांकि अगले सप्ताह तक राज्य में मौसम शुष्क और साफ बना रहने का अनुमान है और इस अवधि में बारिश की कोई संभावना नहीं जताई गई है। Kal Ka Mousam

राजस्थान में कल कैसा रहेगा मौसम

इस सर्दी के मौसम में पहली बार राजस्थान के पूर्वी हिस्सों में घने कोहरे की स्थिति देखने को मिली है। मौसम विभाग के अनुसार, 18 दिसंबर से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के संकेत हैं, लेकिन उससे पहले हवा की दिशा और गति में आए बदलाव के चलते बीती रात से दौसा, भरतपुर और चित्तौड़गढ़ जिलों में घना कोहरा छा गया। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि विंड पैटर्न में बदलाव के कारण वातावरण में नमी बढ़ गई है, जिससे पहाड़ी क्षेत्रों की ठंडी हवा अब मैदानी इलाकों तक पहुंचने लगी है। Kal Ka Mousam

कई स्थानों पर सापेक्ष आर्द्रता 90 प्रतिशत या उससे अधिक दर्ज की गई है। अनुमान है कि आने वाले दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से शीतलहर चल सकती है और प्रदेश के उत्तर-पूर्वी हिस्सों में घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। अगले सप्ताह के मध्य तक राजस्थान के अधिकांश शहरों में मौसम शुष्क बना रहने का अनुमान है। 

हालांकि, वीकेंड के आसपास उत्तर-पूर्वी इलाकों में एक और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने और ठंडी हवाओं के चलने के आसार हैं, जिसके चलते दिसंबर के अंतिम सप्ताह में राज्य के अधिकतर शहरों में तेज सर्दी का असर महसूस किया जा सकता है। Kal Ka Mousam

मध्य प्रदेश में कल कैसा रहेगा मौसम

दिसंबर के महीने में ठंड ने अपना असर तेज कर दिया है। मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल कड़ाके की सर्दी से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। विभाग का अनुमान है कि 18 दिसंबर के बाद रात के साथ-साथ दिन के तापमान में भी गिरावट देखने को मिल सकती है। Kal Ka Mousam

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि दो पश्चिमी विक्षोभों के सक्रिय होने के चलते 17 दिसंबर से पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी की संभावना बन रही है। इसके बाद बर्फीली हवाएं मध्य प्रदेश की ओर बढ़ेंगी, जिससे प्रदेश में सर्दी का एक और तीखा दौर शुरू हो सकता है। इस दौरान न्यूनतम ही नहीं, बल्कि अधिकतम तापमान में भी कमी दर्ज किए जाने की संभावना है।