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 Success Story: एमबीए गोल्ड मेडलिस्ट ने चुनी UPSC की राह, दूसरे प्रयास में बनीं IPS अफसर
 
ips ankita sharma

Success Story: IPS अंकिता शर्मा की कहानी न सिर्फ प्रेरणादायक है, बल्कि यह बताती है कि जीवन में किसी भी मोड़ पर लक्ष्य बदला जा सकता है, बशर्ते मेहनत और आत्मविश्वास कायम रहे। छत्तीसगढ़ की बेटी अंकिता ने एमबीए की पढ़ाई के बाद सिविल सर्विस की राह चुनी और अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति के दम पर IPS बनने का सपना साकार किया।

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एमबीए गोल्ड मेडलिस्ट से UPSC की तैयारी तक का सफर

भिलाई स्थित छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय से एमबीए की पढ़ाई के दौरान अंकिता शर्मा ने गोल्ड मेडल हासिल किया। इसी दौरान उनमें सिविल सेवा में जाने की प्रेरणा जागी। उन्होंने दिल्ली जाकर UPSC की तैयारी शुरू की, लेकिन परिस्थितियों के कारण उन्हें अपने गृह राज्य लौटना पड़ा। इसके बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और सेल्फ-स्टडी के दम पर तैयारी जारी रखी।

शुरुआती असफलताओं के बाद मिली सफलता

अंकिता शर्मा का UPSC सफर आसान नहीं रहा। पहले प्रयास में उन्होंने प्रीलिम्स पास किया, लेकिन मेन्स में असफल रहीं। दूसरे प्रयास में वे प्रीलिम्स भी क्लियर नहीं कर पाईं। यह झटका बड़ा था, पर उन्होंने हार नहीं मानी। उन्होंने अपनी कमजोरियों पर काम किया और तीसरे प्रयास में सफलता हासिल की। वर्ष 2018 की UPSC परीक्षा में उन्होंने अखिल भारतीय रैंक (AIR) 203 प्राप्त की। उनका वैकल्पिक विषय पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन था।

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नक्सल प्रभावित क्षेत्र में निभाई जिम्मेदारी

IPS अंकिता शर्मा वर्तमान में छत्तीसगढ़ कैडर की अधिकारी हैं और खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में पुलिस अधीक्षक (SP) के रूप में तैनात हैं। उन्होंने नक्सल प्रभावित इलाकों में कई साहसिक अभियानों का नेतृत्व किया और अपनी वीरता के लिए इंद्र भूषण अवार्ड सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित की गईं।

पारिवारिक पृष्ठभूमि और शिक्षा

अंकिता शर्मा का जन्म छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में हुआ। उनके पिता राकेश शर्मा व्यवसायी हैं और माता सविता शर्मा गृहिणी हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा दुर्ग के सेंट जेवियर सीनियर सेकेंडरी स्कूल से पूरी की। 10वीं में उन्होंने 92% और 12वीं में 90% अंक हासिल किए। आगे चलकर एमबीए में गोल्ड मेडल जीतकर उन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।

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संघर्ष, समर्पण और सफलता की मिसाल

तीन प्रयासों की यात्रा में अंकिता ने न सिर्फ खुद को मजबूत किया बल्कि यह भी साबित किया कि “मन से हारे हार है, मन से जीते जीत।” UPSC की कठिन परीक्षा पास कर IPS बनना उनके आत्मविश्वास, अनुशासन और निरंतरता का परिणाम है।

IPS अंकिता शर्मा का विवाह विवेकानंद से हुआ है, जो भारतीय सेना में अधिकारी हैं। दोनों अपने-अपने क्षेत्रों में देशसेवा में योगदान दे रहे हैं।