Success Story: हर साल लाखों युवा यूपीएससी की परीक्षा देते हैं। लेकिन इस परीक्षा में सिर्फ कुछ ही उम्मीदवार सफल होकर अपना सपना पूरा कर पाते हैं। क्योंकि यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा की राह आसान नहीं होती। आज हम आपको ऐसे IAS अफसर के बारे में आज बताने जा रहे हैं जिसके लिए भी यह जर्नी बहुत मुश्किल थी। आइए जानते हैं इनके बारे में…
इस IAS अफसर की कहानी बहुत प्रेरणादायक है। हम बात कर रहे हैं IAS अफसर राम भजन की। आज वह एक IAS अफसर है लेकिन कभी उन्हें दो वक्त की रोटी के लिए भी मजदूरी करनी पड़ती थी।
मजदूरी करता था परिवार
राजस्थान के राम भजन कुम्हारा का परिवार 10 रुपये के लिए मजदूरी करता था। आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण उन्हें बकरी भी पालनी पड़ी। वह बकरियों का दूध बचकर गुजर बसर करते थे। इसी बीच आर्थिक तंगी से परेशान होकर उन्होंने अपने परिवार की स्थिति सुधारने का फैसला लिया। इसके बाद उन्होनें यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा को पास करने का फैसला लिया।
रोटी के लिए भी तरसता था परिवार
राजस्थान के वापी गांव के रहने वाले राम भजन का परिवार एक वक्त की रोटी के लिए तरसता था। राम भजन का अपने परिवार के साथ मजदूरी करते थे, जहां सिर्फ उन्हें 5 से 10 रुपये मिलते थे।
महामारी में पिता की मौत
कोविड-19 महामारी के दौरान अस्थमा से उनके पिता की मौत हो गई थी। पिता की मौत के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति और भी खराब हो गई। उन्होंने बकरी पालन शुरु किया, साथ ही लेबर वर्क बढ़ाया, जिससे उनके परिवार का भरण पोषण हो सके।
मिली नौकरी
मजदूरी के साथ रामभजन को दिल्ली पुलिस मे कांस्टेबल की नौकरी मिल गई। इसके बाद कांस्टेबल की नौकरी के साथ उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करना शुरू कर दिया।
नहीं थी आसान
राम भजन पुलिस की नौकरी मिलने के बाद अपना बचा हुआ सारा समय यूपीएससी परीक्षा की तैयारी में लगा देते थे। उन्होंने लगातार 7 बार असफल होने के बाद भी हार नहीं मानी और प्रयास करते रहे, तब जाकर कहीं 2022 में 8वें प्रयास में सफल हो सके। पूरे देश में उनकी 667 भी रैंक आई और वह IAS अधिकारी बने। आज राम भजन देश के लाखों अभ्यर्थियों को मोटिवेट कर रहे हैं।