गुरुग्राम। हरियाणा के शिक्षा विभाग ने जिले के सभी राजकीय स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को दिए गए टैबलेट वापस लेने का आदेश जारी किया है। अगर कोई विद्यार्थी जानबूझकर टैबलेट जमा नहीं कराता, तो उसका बोर्ड परिणाम रोका जा सकता है। इतना ही नहीं, यदि किसी तरह परिणाम जारी हो भी जाता है, तो विद्यार्थी को एसएलसी, डीएमसी और चरित्र प्रमाण पत्र बिना टैबलेट जमा किए नहीं मिलेगा।
विद्यार्थियों को टैबलेट के साथ पूरा सामान लौटाना होगा
टैबलेट के साथ विद्यार्थियों को चार्जर, सिम और अन्य सामान भी वापस करना होगा। इसके लिए स्कूलों के कक्षा प्रभारी को जिम्मेदारी दी गई है। सभी स्कूलों को टैबलेट का रिकॉर्ड रखने और विद्यार्थियों का डेटा ऑनलाइन अपडेट करने के निर्देश दिए गए हैं।
शिक्षा निदेशालय ने जारी की एसओपी
ई-अधिगम योजना के तहत राज्य के सरकारी स्कूलों में कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थियों को टैबलेट और सिम दिए गए थे। शैक्षणिक सत्र 2024-25 अब समाप्त हो चुका है और बोर्ड परीक्षाएं और वार्षिक परीक्षाएं जारी हैं। इसी बीच, शिक्षा निदेशालय ने टैबलेट वापसी की प्रक्रिया को लेकर मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी की है।
किन विद्यार्थियों को टैबलेट जमा करना होगा?
- कक्षा 9 और 11: जो विद्यार्थी पहले वाले स्कूल में ही पढ़ाई जारी रखेंगे, उन्हें टैबलेट जमा करने की जरूरत नहीं होगी।
- कक्षा 10: अंतिम परीक्षा के 5 दिनों के अंदर टैबलेट और सिम जमा करना अनिवार्य होगा। यदि विद्यार्थी पहले वाले स्कूल में ही पढ़ाई जारी रखेंगे, तो वे टैबलेट अपने पास रख सकते हैं।
- कक्षा 12: सभी विद्यार्थियों को टैबलेट और सिम लौटाना होगा। उनके सिम 5 दिनों में निष्क्रिय कर दिए जाएंगे।
सख्ती से लागू होंगे आदेश
शिक्षा निदेशालय ने सभी स्कूल प्राचार्यों को इस आदेश की सख्ती से पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। जिला शिक्षा अधिकारी इंदु बोकन ने कहा कि विद्यार्थियों को टैबलेट समय पर जमा कराना होगा, अन्यथा उनके दस्तावेज़ जारी नहीं किए जाएंगे।