त्योहारों में समय पर यात्रा सुनिश्चित करने की तैयारी
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, मंत्रालय ने यात्रियों को समय पर उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए सभी जोन और मंडलों के साथ महीनों तक निरंतर काम किया। एक अधिकारी ने बताया कि मरम्मत के लिए भेजे गए कोच समेत लगभग सभी डिब्बों की फिटनेस जांच कर उन्हें वापस सेवा में लगाया गया, जिससे कुल 12,011 यात्राएं संभव हो सकीं।
देश के सभी 70 रेलवे मंडलों से कोचों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित किया गया है, ताकि त्योहारी यात्राओं में किसी यात्री को परेशानी न हो।
कुछ ट्रेनों के नाम बदलने पर विवाद
हालांकि, कुछ अधिकारियों और रेलवे कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि मंत्रालय द्वारा जारी की गई सूची में कुछ नियमित या लोकल ट्रेनों को ‘पूजा स्पेशल’ नाम से जोड़ा गया है, जिससे यात्राओं की संख्या को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जा सके।
मध्यप्रदेश के नीमच के आरटीआई कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौड़ ने बताया कि ट्रेन संख्या 09721 (अप) और 09722 (डाउन) कई वर्षों से जयपुर और उदयपुर के बीच सुपरफास्ट स्पेशल के रूप में चल रही हैं। अब इन्हीं ट्रेनों का नाम बदलकर ‘पूजा स्पेशल’ कर दिया गया है और इसके 122 फेरे सूची में शामिल कर लिए गए हैं।
रेलवे ने किया आरोपों का खंडन
रेल मंत्रालय ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि सभी ट्रेनों का संचालन यात्रियों की सुविधा और मांग के अनुसार किया जा रहा है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि छिटपुट घटनाओं को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाने के बजाय, लोगों को यह समझना चाहिए कि 12 लाख रेलवे कर्मचारी दिन-रात मेहनत कर रहे हैं ताकि यात्री अपने घरों तक सुरक्षित पहुंच सकें।
पूर्वी रेलवे ने भी बढ़ाई सेवाएं
पूर्वी रेलवे ने भी दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ पूजा के दौरान बढ़ती यात्री मांग को पूरा करने के लिए 1,300 से अधिक विशेष ट्रेनों के फेरे सुनिश्चित किए हैं।
अधिकारियों के अनुसार, इनमें से 329 फेरे हावड़ा, सियालदह, कोलकाता, आसनसोल, भागलपुर और मालदा टाउन से विभिन्न गंतव्यों के लिए चल रहे हैं। इसके अलावा, अन्य क्षेत्रीय रेलवे से आने-जाने वाली 663 यात्राएं पूर्वी क्षेत्र में समाप्त या प्रारंभ हो रही हैं, जबकि 320 फेरे नेटवर्क से होकर गुजर रहे हैं।
रेल मंत्रालय ने यात्रियों से अपील की है कि वे पहले से टिकट बुक करें और भीड़भाड़ से बचने के लिए विशेष ट्रेनों की जानकारी रेलवे की वेबसाइट और ऐप पर देखें।
