UPSC Topper Shakti Dubey: कभी ‘IAS की फैक्ट्री” कहलाने वाली इलाहाबाद यूनिवर्सिटी ने एक बार फिर सिविल सेवा परीक्षा (UPSC) में अपनी दमदार वापसी की है। दरअसल, दशकों बाद, 2025 की UPSC के एग्जाम में प्रयागराज ने न केवल शीर्ष स्थान हासिल किया, बल्कि बड़ी संख्या में चयनित प्रतिभागियों (selected participants) की लिस्ट भी दी है। शक्ति दुबे ने 42 साल बाद प्रयागराज को टॉपर दिया है। इससे पहले यूनिवर्सिटी के प्रदीप शुक्ला ने यूपीएससी टॉप किया था।
1982 में प्रदीप शुक्ला ने किया था टॉप
जानकारी के मुताबिक, 1982 में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्र प्रदीप शुक्ला ने UPSC परीक्षा में टॉप किया था और उनके मित्र और सहपाठी ए.के. विश्नोई ने दूसरा स्थान हासिल किया था। दोनों ही भौतिकी के शोधार्थी थे और यूनिवर्सिटी के अमरनाथ झा छात्रावास में रहते थे। उन्होंने मुख्य परीक्षा में मैथ्स और फिजिक्स को वैकल्पिक विषय के रूप में चुना था। उस ऐतिहासिक सफलता के गवाह रहे यूनिवर्सिटी के वर्तमान भौतिक विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. कैलाश नाथ उत्तम और सुरक्षा अधिकारी अजय सिंह बताते हैं कि उस समय पूरे परिसर में खुशी की लहर थी। उसके बाद भी इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की प्रतिभाएं UPSC में चमकती रहीं।
1984 में भूपेंद्र सिंह, जो यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन और पोस्टग्रेजुएशन कर चुके थे। उन्होंने यूपीएससी में सेंकेड रैंक हासिली की थी। वहीं 2009 में, मानवशास्त्र विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. सी.एस. सहाय की बेटी इवा सहाय UPSC में थर्ड रैंक लेकर आई थी और उन्होंने महिला कैटेगरी में टॉप किया था। इसके बाद 2017 में सौम्या पांडेय ने चौथी और अभिलाष मिश्रा ने यूपीएससी 5वीं रैंक हासिल की। 2018 में अनुभव सिंह ने 8वीं रैंक लाकर यूनिवर्सिटी में एक बार फिर परचम लहराया था।
अब 2025 में UPSC Topper शक्ति दुबे ने पहली रैंक लाकर प्रयागराज की परंपरा को आगे बढ़ाया है। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की पीआरओ प्रो. जया कपूर (Jaya Kapoor) ने कहा कि शक्ति दुबे की सफलता न सिर्फ यूनिवर्सिटी के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए गर्व की बात है। उन्होंने उम्मीद जताई बै कि शक्ति जैसे छात्र आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेंगे। यूनिवर्सिटी की ओर से शिक्षा के साथ सामाजिक सरोकारों को महत्व देने की नीति अब फलीभूत हो रही है।
“पूरब का ऑक्सफोर्ड” कहलाने वाली यह यूनिवर्सिटी एक बार फिर अपनी पुरानी प्रतिष्ठा की ओर लौट आई है और आने वाले सालों में यहां से और भी कई प्रतिभाएं राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकेगी।