चंडीगढ़। हरियाणा में नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत प्राइमरी कक्षाओं का सिलेबस पूरी तरह बदल दिया गया है। नए शैक्षणिक सत्र से पहली, दूसरी, तीसरी और छठी कक्षा के छात्रों को नई किताबें उपलब्ध कराई जाएंगी। इन पुस्तकों को बच्चों की रुचि और समझ के अनुसार तैयार किया गया है, जिससे वे खेल-खेल में सीखने की प्रक्रिया को आसानी से अपना सकें।
नई किताबों की खासियत
बच्चों की रुचि के अनुसार डिजाइन – पाठ्यक्रम को इस तरह तैयार किया गया है कि बच्चों को आपसी चर्चा का मौका मिलेगा।
खेल-खेल में पढ़ाई – किताबों में खेल, पहेलियां और रोचक चुनौतियां जोड़ी गई हैं, ताकि बच्चे स्वयं सीखने के लिए प्रेरित हों।
आर्ट और फिजिकल एजुकेशन पहली बार अनिवार्य – शिक्षा विभाग ने “फिजिकल एजुकेशन” और “आर्ट एजुकेशन” की दो नई किताबें शामिल की हैं, जिन्हें शिक्षकों को पहले उपलब्ध कराया जाएगा।
शिक्षा विभाग का बयान
हरियाणा शिक्षा विभाग में एडिशनल डायरेक्टर सुनील बजाज ने बताया कि, “अब आर्ट एजुकेशन (डांस, ड्रामा, ड्राइंग आदि) को एक अनिवार्य विषय के रूप में लागू किया जा रहा है। पहले ये पाठ्यक्रम में शामिल नहीं था, लेकिन अब बच्चों के लिए यह जरूरी होगा।”
किताबों को दो भागों में बांटा गया
SCERT (राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद) ने कक्षा 1 और 2 की गणित की किताब तैयार कर ली है।
नई व्यवस्था: किताबों को दो भागों में विभाजित किया गया है – पहले 6 महीने में “भाग 1” और अगले 6 महीने में “भाग 2” पढ़ाया जाएगा।
NCERT की मदद से तैयार – किताबों के कंटेंट को राष्ट्रीय शिक्षा अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) की सहायता से तैयार किया गया है।
हरियाणा सरकार द्वारा शिक्षा में सुधार के लिए नई शिक्षा नीति को लागू किया जा रहा है, जिससे बच्चों को पढ़ाई बोझ न लगे बल्कि वे रुचि लेकर सीख सकें। नई किताबों के माध्यम से छात्रों में रचनात्मकता, तार्किक क्षमता और शारीरिक विकास को बढ़ावा दिया जाएगा।