पहले चरण में 641 हेक्टेयर भूमि पर ₹465 करोड़ की लागत से विकास कार्य किया जाएगा। परियोजना को ईपीसी मॉडल (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन) पर विकसित किया जाएगा। यह नया शहर नेशनल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (NICDC) का हिस्सा होगा, जो देशभर में नौ प्रमुख औद्योगिक परियोजनाओं पर काम कर रहा है।
परियोजना के लिए टेंडर प्रक्रिया में अब तक 9 कंपनियों ने भाग लिया है। वर्तमान में तकनीकी मूल्यांकन (Technical Evaluation) किया जा रहा है, जिसके बाद वित्तीय बोली (Financial Bid) खोली जाएगी। इस प्रक्रिया के माध्यम से ईपीसी मॉडल पर सर्वश्रेष्ठ कंपनी का चयन किया जाएगा।
इस परियोजना के लिए पहली बार राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास और निवेश निगम (RIICO) और NICDC के बीच एक संयुक्त समझौता किया गया है। दोनों संस्थाओं के सहयोग से रीडको (RIDCO) नामक एक नई एसपीवी (Special Purpose Vehicle) कंपनी बनाई गई है, जो इस औद्योगिक क्षेत्र के विकास और प्रबंधन का कार्य संभालेगी।
पाली क्षेत्रीय अधिकारी डी.के. झा ने बताया कि टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और अब तकनीकी मूल्यांकन के बाद फाइनेंशियल बिड खोली जाएगी। उनके अनुसार, इस परियोजना से जोधपुर और पाली के बीच औद्योगिक विकास को नई दिशा मिलेगी और हजारों लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
