Kal Ka Mausam 30 Sept 2025: देशभर में कल कैसा रहेगा मौसम, मानसून की विदाई, लेकिन हरियाणा में बारिश के आसार, देखें मौसम पूर्वानुमान

Kal Ka Mausam 30 Sept 2025: देशभर में कल मौसम कैसा रहेगा इसकी जानकारी हम इस आर्टिकल में आपको देने वाले हैं। हालांकि मानसून की विदाई का वक्त आ गया है, लेकिन कई जगहों पर फिर से बारिश के आसार दिखाई दे रहे हैं।
देश भर में मौसम प्रणाली
दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की रेखा अक्षांश 20° उत्तर और देशांतर 69° पूर्व, वेरावल, भरूच, उज्जैन, शाहजहाँपुर और अक्षांश 30° उत्तर व देशांतर 81° पूर्व तक फैली हुई है।
उत्तर मध्य महाराष्ट्र पर बना गहरा निम्न दाब क्षेत्र पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा में खिसककर खाड़ी-कैम्बे (Cambay) पर केंद्रित हो गया है। इससे जुड़ा चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 7.6 किमी ऊँचाई तक फैला है और ऊँचाई पर दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है।
एक ट्रफ रेखा खाड़ी-कैम्बे पर बने चक्रवाती परिसंचरण से होते हुए गुजरात, विदर्भ, दक्षिण छत्तीसगढ़, दक्षिण ओडिशा और उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश से गुजरते हुए पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी तक फैली है।
एक चक्रवाती परिसंचरण उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों में 1.5 से 5.8 किमी ऊँचाई तक बना हुआ है, जो ऊँचाई पर दक्षिण की ओर झुका हुआ है।
एक और चक्रवाती परिसंचरण हरियाणा पर बना हुआ है।
30 सितम्बर तक उत्तर अंडमान सागर पर एक चक्रवाती परिसंचरण बनने की संभावना है। इसके प्रभाव से 1 अक्टूबर तक उत्तर और मध्य बंगाल की खाड़ी पर निम्न दाब क्षेत्र विकसित हो सकता है।
पिछले 24 घंटों के दौरान देश भर में हुई मौसमी हलचल
पिछले 24 घंटे के दौरान, दक्षिण गुजरात और कोंकण व गोवा में भारी बारिश हुई। अंडमान व निकोबार द्वीप समूह, मध्य महाराष्ट्र और तटीय कर्नाटक में मध्यम से भारी बारिश हुई।
गुजरात क्षेत्र, केरल, दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश, ओडिशा, विदर्भ, छत्तीसगढ़, झारखंड और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई।
उत्तर तमिलनाडु, आंतरिक कर्नाटक, उत्तर मध्य प्रदेश और दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई।
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि
अगले 24 घंटे के दौरान, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। गुजरात, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और विदर्भ के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कहीं-कहीं भारी बारिश संभव है।
पूर्वोत्तर भारत, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, तेलंगाना, तटीय कर्नाटक और कोंकण व गोवा में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, गंगा के मैदानी पश्चिम बंगाल, मराठवाड़ा, केरल, लक्षद्वीप और आंध्र प्रदेश में हल्की बारिश होने की संभावना है।
मानसून विदाई के बाद भी बनी उमस
दिल्ली से दक्षिण-पश्चिम मानसून 24 सितम्बर को विदा हो गया था, जो सामान्य समय से एक दिन पहले है। आमतौर पर मानसून की विदाई के बाद दिन का तापमान जरूर बढ़ता है, लेकिन नमी घट जाती है। इस बार पूर्वी हवाओं के प्रवेश के कारण दिल्ली-एनसीआर में चिपचिपी और उमस भरी स्थिति बनी हुई है। अगले कुछ दिनों तक हवाओं का रुख नहीं बदलेगा, इसलिए उमस भरा मौसम जारी रहेगा। हफ्ते के दौरान हल्की फुहारें या बूंदाबांदी हो सकती हैं, लेकिन बारिश बहुत हल्की और थोड़े समय के लिए ही होगी।
पश्चिम और पूर्व से बने मौसम तंत्र
खंभात की खाड़ी (Gulf of Cambay) और उससे लगे सौराष्ट्र व कच्छ क्षेत्र पर निम्न दबाव का क्षेत्र सक्रिय है, जिसके साथ गहरा चक्रवाती परिसंचरण (deep cyclonic circulation) जुड़ा हुआ है। इसके अलावा, मध्य बंगाल की खाड़ी पर भी एक चक्रवाती परिसंचरण (cyclonic circulation) बना है, जिसके अगले 48 घंटों में और गहराकर निम्न दबाव का क्षेत्र (low pressure area) बनने की संभावना है। इन दोनों प्रणालियों को जोड़ती हुई पूर्व-पश्चिम ट्रफ महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा और तटीय आंध्र प्रदेश से गुजर रही है। ऊपरी हवाएं पूरे इंडो-गंगेटिक मैदानों में पूर्वी हो चुकी हैं, जो दिल्ली, हरियाणा और उत्तर राजस्थान तक फैली हुई हैं।
अगले कुछ दिनों का पूर्वानुमान
गुजरात पर बना निम्न दबाव क्षेत्र और उसका परिसंचरण अगले 4 दिन तक बना रहेगा। बंगाल की खाड़ी पर बना चक्रवाती परिसंचरण 48 घंटों में निम्न दबाव में बदल जाएगा और यह सिस्टम भीतर की ओर बढ़कर मध्य भारत के हिस्सों में पहुंचेगा। इसके चलते दिल्ली-एनसीआर में पूर्वी हवाएं चलती रहेंगी। इस दौरान आसमान में बिखरे बादल और हल्की से मध्यम हवा चलने की संभावना है। वहीं, हल्की बारिश या बूंदाबांदी के भी आसार बने रहेंगे। हालांकि, बारिश छिटपुट और बहुत हल्की होगी, लेकिन वीकेंड से लेकर अगले हफ्ते की शुरुआत तक वर्षा की तीव्रता और दायरा बढ़ सकता है।
मौसम प्रणाली की स्थिति
उत्तर मध्य महाराष्ट्र पर बना निम्न दबाव क्षेत्र अब खंभात की खाड़ी (Gulf of Cambay और सौराष्ट्र तटीय क्षेत्र में शिफ्ट हो गया है। यह सिस्टम अगले तीन दिन इसी क्षेत्र में रहेगा और बाद में उत्तर-पश्चिम अरब सागर की ओर बढ़ेगा। इस दौरान मौसम गतिविधियाँ मुख्य रूप से गुजरात और दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के आसपास सीमित रहेंगी। कोंकण और गोवा, जिनमें मुंबई, रायगढ़, पालघर, अलीबाग और ठाणे शामिल हैं, यहां हल्की से मध्यम बारिश बनी रहेगी।
बंगाल की खाड़ी में नया निम्न दबाव
बंगाल की खाड़ी में नया निम्न दबाव जल्द बन सकता है। यह सिस्टम जब मध्य भारत और उत्तर प्रदेश तक पहुंचेगा, तो कोंकण तट पर दक्षिण-पश्चिमी मानसून की धारा फिर से मजबूत हो जाएगी। 4 से 6 अक्टूबर के बीच मुंबई और आसपास के क्षेत्रों में बारिश का एक और दौर शुरू होगा। यह बारिश पिछले दौर जितनी तेज नहीं होगी, लेकिन मध्यम वर्षा की संभावना बनी रहेगी। इसके बाद भी क्षेत्र में बिखरी हल्की बारिश जारी रहेगी। मुंबई में मानसून की विदाई सामान्य तारीख 8 अक्टूबर से आगे बढ़ सकती है।