Water Metro : इन 6 शहरों में चलेंगी वाटर मेट्रो, सरकार ने योजना पर काम किया शुरू
परिवहन व्यवस्था में होगा बड़ा बदलाव
सरकार का मानना है कि नदियों के जरिए सफर करने से सड़कों पर दबाव कम होगा और लोगों को तेज, सुरक्षित और सस्ता सफर मिल सकेगा। यह योजना खासतौर पर उन शहरों के लिए अहम है, जहां से गंगा और अन्य प्रमुख नदियां गुजरती हैं। वाटर मेट्रो के शुरू होने से शहरी परिवहन व्यवस्था में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।
अभी इन शहरों में सड़क यातायात पर काफी दबाव है, जिससे जाम, प्रदूषण और समय की बर्बादी जैसी समस्याएं आम हैं। वाटर मेट्रो के जरिए लोग नदी के रास्ते दफ्तर, बाजार और अन्य जरूरी जगहों तक आसानी से पहुंच सकेंगे.इससे न सिर्फ यात्रा का समय घटेगा, बल्कि ईंधन की बचत भी होगी.साथ ही, यह सुविधा पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन सकती है.
इस परियोजना का असर रियल एस्टेट सेक्टर पर भी साफ तौर पर दिखेगा। वाटर मेट्रो शुरू होने के बाद नदी किनारे बसे इलाकों की मांग तेजी से बढ़ सकती है। लखनऊ और वाराणसी जैसे शहरों में रिवरफ्रंट प्रॉपर्टी पहले से ही लोगों को पसंद आ रही है, लेकिन अब निवेशकों और डेवलपर्स की दिलचस्पी और बढ़ेगी.माना जा रहा है कि आने वाले वर्षों में इन इलाकों में जमीन और मकानों की कीमतों में अच्छा इजाफा हो सकता है, जिससे निवेशकों को बेहतर रिटर्न मिलने की उम्मीद है।
