IAS Deepesh Kumari: पिता बेचते थे ठेले पर पकौड़े, बेटी दूसरे प्रयास में बनी IAS अधिकारी, जानें Deepesh Kumari के बारे में

 
 IAS Deepesh Kumari

IAS Deepesh Kumari: कहते हैं कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती और इसका जीता जागता उदारण है आईएएस अधिकारी दीपेश कुमारी। उन्होंने संघ लोक सेवा आयोग की ओर आयोजित 2021 की सिविल सेवा परीक्षा (CSE) पास कर ली है। दीपेश कुमारी ने अपने दूसरे प्रयास में अखिल भारतीय स्तर पर 93वीं रैंक हासिल की। ​​

जानकारी के मुताबिक, दीपेश कुमारी के पिता ठेले पर पकौड़े बेचते हैं और परिवार में आय का एकमात्र स्रोत हैं। उन्होंने जीवन में कुछ बड़ा हासिल करने के लिए उनकी पढ़ाई में उनका साथ दिया। उनका सफर कई लोगों के लिए एक मिसाल है कि "जब इच्छाशक्ति होती है, तो कोई न कोई रास्ता निकल ही आता है"। वहीं जो अभ्यर्थी आर्थिक तंगी जैसी जीवन की बाधाओं के कारण निराश महसूस करते हैं, उन्हें दीपेश की कहानी ज़रूर पढ़नी चाहिए ताकि वे जान सकें कि आर्थिक तंगी के बावजूद, उन्होंने सीमित समय में इतनी अच्छी रैंक के साथ परीक्षा कैसे पास की।  

पिता बेचते थे ठेले पर पकौड़े

खबरों की मानें IAS दीपेश कुमारी राजस्थान के भरतपुर के एक छोटे से गांव की रहने वाली हैं। उनके परिवार में उनके माता-पिता और पांच भाई-बहनों समेत सात सदस्य हैं। उनके पिता गोविंद कुमार ही परिवार में अकेले कमाने वाले हैं, जो ठेले पर पकौड़े बेचते हैं। वह पिछले 25 सालों से यह व्यवसाय कर रहे हैं और अपने परिवार की सभी जरूरतें पूरी कर रहे हैं। वह अपने बच्चों की शिक्षा के सबसे बड़े समर्थक रहे हैं और उन्होंने दीपेश की पढ़ाई में हमेशा उनका योगदार रहा है। 

10वीं कक्षा में आए थे 98 प्रतिशत नंबर

खबरों की मानें, तो दीपेश ने शिशु आदर्श विद्या मंदिर से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और 10वीं कक्षा में 98 प्रतिशत हासिल किए थे और 12वीं कक्षा में 89 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे। इसके बाद, उन्होंने जोधपुर के एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग में बी.टेक. किया। फिर उन्होंने आईआईटी बॉम्बे से एम.टेक. किया।

ऐसा रहना दीपेश का IAS तक का सफर
दीपेश ने एम.टेक. करने के बाद एक साल तक प्राइवेट नौकरी की और फिर यूपीएससी सीएसई की तैयारी के लिए नौकरी छोड़ दी। उन्होंने 2020 में अपना पहला प्रयास दिया, हालांकि, वह असफल रहीं। उन्होंने असफलता के बाद हार नहीं मानी। बल्कि अपने सपने को पूरा करने के लिए पूरी ताकत झौंक दी। इसके बाद उन्होंने 2021 में यूपीएसई का एग्जाम दिया और उन्हें दूसरे प्रयास में सफलता मिली और उन्होंने अखिल भारतीय रैंक (AIR) 93 के साथ परीक्षा पास की। इसके साथ ही दीपेशन ने EWS कैटेगरी में उन्होंने AIR 4 हासिल की।

सहायक सचिव के पद पर है तैना

ट्रेनिंग पूरी होने के बाद उन्हें झारखंड कैडर आवंटित किया गया। उन्हें सड़क परिवहन और राजमार्ग विभाग में सहायक सचिव के रूप में नियुक्त किया गया।