Haryana News: हरियाणा के किसान भाइयों की बल्ले-बल्ले, रबी सीजन में नहीं होगी खाद की कमी, केंद्र सरकार देगी इतना खाद 

 
Haryana's farmer brothers are in trouble
Haryana News: हरियाणा के किसानों के लिए एक राहत की खबर सामने आई है। खबरों की मानें, तो रबी सीजन-2025 के लिए प्रदेश को केंद्र सरकार से 17.30 लाख टन खाद मिलेगा। यह मांग कृषि विभाग की ओर से भेजी गई थी। जिसके बाद केंद्र सरकार ने यह फैसला लिया है। 

जानकारी के मुताबिक,  हरियाणा के कृषि विभाग ने केंद्र सरकार को 11.60 लाख टन यूरिया, 2.70 लाख टन डीएपी, एनपीके 1.20 लाख टन, एसएसपी 1.50 लाख टन और एमओपी 30 हजार टन मांगा था। जिसके बाद केंद्र सरकार ने 17.30 लाख टन खाद देने का फैसला लिया है। 

दरअसल, रबी सीजन अक्टूबर से शुरू होगा। रबी सीजन में प्रदेश में सबसे बड़ी फसल गेहूं होती है, करीब 25 लाख हेक्टेयर में रबी की फसलों की बिजाई की जाती है। जबकि करीब 5 से 6 लाख हेक्टेयर में सरसों की बिजाई होती है। इसके अलावा अन्य फसलों की भी बिजाई की जाती है।  इन फसलों की बिजाई से ठीक पहले कृषि विभाग ने खाद की मांग केंद्र को भेजनी होती है। जिसके बाद केंद्र सरकार खाद को लेकर फैसला करती है। 

दो महीने में होती है ज्यादा खपत

खबरों की मानें, तो हरियाणा में अक्टूबर-नवंबर में खाद की ज्यादा खपत मानी जाती है। क्योंकि इन बिजाई दिनों में रबी सीजन की का काम शुरू होता है। गेहूं की अधिकांश बिजाई इन दोनों महीनों में होती है। हालांकि, कुछ किसान कपास की फसल के बाद भी दिसंबर में गेहूं की बिजाई करते हैं। इसके साथ ही सरसों की बिजाई भी होती है।

किसानों को नहीं होगी कोई परेशानी

खबरों की मानें, तो सैनी सरकार ने पंचकूला से खाद की ऑनलाइन बिक्री शुरू की है। अगर यहां पर ये पायलट प्रोजेक्ट सफल रहता है तो फिर इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा। ऑनलाइन बिक्री का एक मात्र उद्देश्य यह है कि सरकार और विभाग को पता हो कि कितनी मांग है और कितनी बिक्री हो चुकी है। वहीं अवैध रूप से खाद बेचने वालों पर शिकंजा कसा जा सकेगा।