Haryana News:हरियाणा के दौरे पर रहेंगे अमित शाह, सीएम सैनी ने अधिकारियों को दिए ये निर्देश

जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी एवं उद्घाटन समारोह की तैयारियों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि यह महत्वपूर्ण प्रदर्शनी 4–5 दिनों तक चले ताकि अधिवक्ता, छात्र, अभिभावक और आम नागरिक इसमें शामिल होकर आपराधिक न्याय प्रणाली में हुए बदलावों को समझ सकें। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि नए कानूनों पर व्याख्यान और पैनल चर्चा का आयोजन किया जाए, जिसमें कानूनी विशेषज्ञों और नागरिक समाज के प्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी में वास्तविक जीवन के उदाहरणों को भी प्रदर्शित किया जाना चाहिए। जहां इन कानूनों के लागू होने के बाद जघन्य अपराधों का अति शीघ्र समाधान किया गया हो । इससे लोगों को इन सुधारों के सकारात्मक प्रभाव को देखने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा न्यायप्रणाली में करना है सुधार
इस पहल के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदर्शनी का प्राथमिक उद्देश्य भारतीय न्याय संहिता, 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 और भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 2023 के माध्यम से भारत की आपराधिक न्याय प्रणाली में किए गए महत्वपूर्ण सुधारों के बारे में नागरिकों को जागरूक और शिक्षित करना है। बैठक के दौरान, मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को कार्यक्रम की सफलता के लिए आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
बैठक में कौन-कौन रहा मौजूद
बैठक में मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) डॉ. सुमिता मिश्रा, अतिरिक्त मुख्य सचिव (उच्च शिक्षा) विनीत गर्ग, पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर, महानिदेशक (कारागार) आलोक कुमार रॉय, महानिदेशक (सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा) के. मकरंद पांडुरंग, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सीआईडी) श्री सौरभ सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।