Haryana : हरियाणा सरकार ने कैदियों की बढ़ाई मजदूरी, जानें अब कितने मिलेंगे पैसे

 
Haryana government increased wages of prisoners
Haryana : हरियाणा की जेलों में बंद कैदियों के लिए एक खुशी की खबर आई है। प्रदेश सरकार ने कैदियों को रोज मिलने वाली मजदूरी में 40 फीसदी इजाफा किया है। बता दें कि अब स्किलड कैदियों को 60 रुपए के बजाय 100 रुपए रोज मिलेंगे। इसके अलावा सेमी स्किल्ड और अनस्किल्ड कैदी की मजदूरी में 35 से 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी के जेल विभाग के प्रस्ताव को सरकार ने मंजूरी दी है।

हर साल बढ़ेगी कैदियों की मजदूरी!

इसके अलावा प्रदेश सरकार ने जेल विभाग को हर साल कैदियों की मजदूरी को बढ़ाए जाने के लिए भी कहा है। दरअसल, जेल विभाग की ओर से 2022 में एक प्रस्ताव सरकार को भेजा गया था, जिसमें जेलों में बंद कैदियों की मजदूरी बढ़ाने का आग्रह किया गया था। इसी प्रस्ताव का संज्ञान लेते हुए सरकार ने अब ये बढ़ोतरी का फैसला लिया है।

 जानकारी के अनुसार सरकार ने हरियाणा की जेलों में कैदियों के लिए स्किल्ड, सेमी स्किल्ड, अनस्किल्ड के लिए पारिश्रमिक (मजदूरी) अलग-अलग तरह से बढ़ाई है। जेलों में स्किल्ड कैदियों को अभी 60 रुपए रोज मिल रहे हैं, जिसे बढ़ाकर अब 100 रुपए कर दिया गया है। वहीं सेमी स्किल्ड को अभी 50 रुपए रोज दिया जा रहा है, सरकार के बढ़ोतरी के फैसले के बाद अब इन्हें 90 रुपया प्रतिदिन दिया जाएगा। वहीं अनस्किल्ड कैदी को अभी 40 रुपए प्रतिदिन मिल रहा है, जिसको बढ़ाकर 80 रुपए कर दिया गया है।

 कैदियों को प्रतिदिन मिलने वाली मजदूरी के अलावा सरकार ने एक और राहत कैदियों को दी है। सरकार की ओर से जेल विभाग को सलाह दी गई है कि वार्षिक वृद्धि प्रत्येक वर्ष 1 जनवरी से डी.ए. नई दर के अनुसार की जाए। इसके लिए वित्त विभाग ने भी अपनी सहमति दे दी है। इससे हरियाणा की जेलों में बंद ऐसे कैदियों को बड़ी राहत मिली है। सरकार की ओर से यह बताया गया है कि सैलरी (पारिश्रमिक) श्रम और रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार के सी.पी. आई. आई. डब्ल्यू. इंडैक्स जनवरी 2023 (132.8 सामान्य सूचकांक) के आधार पर निर्धारित किया गया है। केंद्र की ओर से ये दरें जनवरी 2023 से प्रभावी की गई हैं।

खबरों की मानें तो प्रदेश की जेलों में अब कैदियों को प्रशिक्षित करने के लिए कई तरह के कोर्स चलाए जा रहे हैं। इनमें 5 जेलों में आई.टी.आई. और तकनीकी शिक्षा के कई कोर्स शुरू हो चुके हैं। राय ने कहा कि उनकी प्राथमिकता कैदियों को स्किल्ड करना है ताकि वह अपने तरीके से जीवन-यापन