Gurugram Rapid Metro: गुरुग्राम की रैपिड मेट्रो को लेकर HMRTC किया ये बड़ा बदलाव, जानें किन इलाकों से होकर गुजरेगी

Rapid Metro: हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (HMRTC) ने बड़ा फैसला लिया है। जिसके तहत गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (GMRL), दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) से शहर की रैपिड मेट्रो लाइन का संचालन और रखरखाव का काम संभालेगा।
खबरों की मानें, तो यह फैसला जीएमआरएल में प्रमुख अधिकारियों की नियुक्ति के बाद लिया गया है। अधिकारी ने कहा कि HMRT की विशेष प्रयोजन इकाई, गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड, एक संगठन के रूप में विकसित हो रही है और उसने प्रमुख अधिकारियों की नियुक्ति कर ली है, इसलिए यह निर्णय लिया गया है कि रैपिड मेट्रो का संचालन और रखरखाव जीएमआरएल की ओर से ही किया जाना चाहिए।"
12 किलोमीटर के दायरे में बनेंगे 11 स्टेशन
दरअसल, साइबर हब से गोल्फ कोर्स रोड पर सेक्टर 56 तक 12.85 किलोमीटर लंबे नेटवर्क में 11 स्टेशन हैं और यह सिकंदरपुर में दिल्ली मेट्रो की येलो लाइन से जुड़ता है। इस रूट पर डीएलएफ फेज-3, मौलश्री एवेन्यू, साइबर हब, बेल्वेडियर टावर, डीएलएफ फेज-2, सिकंदरपुर, डीएलएफ फेज-1, सेक्टर 42-43, सेक्टर 53-54, सेक्टर 54 चौक और सेक्टर 55-56 स्टेशन हैं।
तीन कमेटियों का किया गया गठन
खबरों की मानें, तो जीएमआरएल की ओर से तकनीकी, कानूनी और परिचालन ढांचों की जांच के लिए तीन समितियों का गठन किया गया था। इन समितियों ने जुलाई में अपने कार्यक्षेत्र प्रस्तुत किए। एचएमआरटीसी ने एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि रैपिड मेट्रो के संचालन और रखरखाव का कार्यभार जीएमआरएल की ओर से अपने हाथ में लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, और इसके लिए सुचारू हस्तांतरण हेतु एक सहायक व्यवस्था के रूप में समानांतर कार्य की आवश्यकता होगी।"
ऐसे काम करेगी तीनों समितियां
पहली समिति वैधानिक अनुमोदन, संचालन, ब्रेकडाउन की तैयारी, तकनीकी मुद्दों और विक्रेता की उपलब्धता की जांच करेगी। दूसरी समिति परिसंपत्ति हस्तांतरण, नागरिक अवसंरचना के सत्यापन, परिसंपत्तियों की संरचनात्मक स्थिति और कानूनी दायित्वों पर ध्यान केंद्रित करेगी। तीसरी समिति किराया और गैर-किराया राजस्व, अनुबंध प्रबंधन और संबंधित मामलों पर विचार करेगी।