हरियाणा में CRPF जवान के हत्यारों का एनकाउंटर, पुलिस और बदमाशों के बीच हुई थी मुठभेड़

हरियाणा के सोनीपत के खरखौदा में देर रात पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ में दो आरोपियों के पैर में गोली लगी है और मामला दर्ज किया गया है। क्राइम यूनिट गोहाना की टीम ने छिनौली मोड़ पर घेराबंदी की तो आरोपियों ने पुलिस पार्टी पर गोलियां चला दीं। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की, जिसमें दोनों आरोपी घायल हो गए।
आरोपियों की पहचान खेड़ी दमकन के अजय (22) और निशांत (25) रूप में हुई है। अजय और निशांत पर पुलिस ने 5-5 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। कांवड़ यात्रा के दौरान हुए झगड़े का बदला लेने के लिए इन्होंने 27 जुलाई को छुट्टी पर आए CRPF जवान कृष्ण कुमार की हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस पहले 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
क्राइम यूनिट गोहाना प्रभारी इंस्पेक्टर अंकित कुमार अपनी टीम के साथ रोहतक-खरखौदा रोड पर गश्त कर रहे थे। इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि खेड़ी दमकन गांव के अजय और निशांत नामक युवक छिनौली मोड़ पर किसी वाहन का इंतजार कर रहे हैं। दोनों पर कृष्ण कुमार फौजी की हत्या का आरोप है और उनके पास अवैध हथियार भी मौजूद हैं।
छिनौली मोड़ पर पुलिस का घेराबंदी
सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर अंकित कुमार ने अफसरान को जानकारी दी और कंट्रोल रूम को अलर्ट किया। साथ ही दूसरी टीम को भी मौके पर बुलाया गया। दोनों टीमें छिनौली मोड़ पर पहुंचीं तो वहां दो युवक पुलिस को देखकर आरोपियों ने गोलियां चलानी शुरू कर दी। टीम ने जवाबी कार्रवाई करते हुए गोलियां चलाईं, जिसमें अजय और निशांत के पैर में गोली लगी। पुलिस ने दोनों आरोपियों को काबू कर लिया। उनके कब्जे से .315 बोर की 2 अवैध देसी पिस्तौल बरामद हुई।
आरोपियों ने पुलिस पर चलाई गोली
पुलिस ने जब आरोपियों को रुकने का आदेश दिया तो एक युवक ने पुलिस पार्टी पर सीधा फायर कर दिया। इसके जवाब में इंस्पेक्टर अंकित कुमार ने हवाई फायर किया। तभी दूसरे युवक ने भी पुलिस पर गोली चलाई। अपनी और टीम की सुरक्षा के मद्देनज़र पुलिस ने आरोपियों के पैरों की ओर फायरिंग की।पुलिस की जवाबी कार्रवाई में अजय और निशांत दोनों घायल हो गए और मौके पर ही काबू कर लिए गए।
गोहाना के ACP ऋषिकांत ने बताया था कि कृष्ण 22 जुलाई को कांवड़ लेने के लिए हरिद्वार गए थे। यात्रा के दौरान गांव के ही कुछ युवकों के साथ उनकी कहासुनी हुई थी। बाद में विवाद बढ़ गया था, लेकिन इसके बाद सभी अपने घर लौट गए। 23 जुलाई को कृष्ण ने शिवरात्रि पर गांव के ही शिवालय में जलाभिषेक भी किया था।
पुलिस ने बताया कि 27 जुलाई को देर रात गांव के कुछ युवक कृष्ण के घर पहुंचे और उन्हें बाहर आने को कहा। जैसे ही कृष्ण कुमार बाहर आए तो उन पर गोलियां चला दीं और फरार हो गए। गोली की आवाज सुनते ही परिवार के लोग मौके पर पहुंचे और खून से लथपथ कृष्ण को उठाकर तुरंत अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। कृष्ण के पिता बलवान ने गांव के ही युवक अजय, निशांत और आनंद पर आरोप लगाए थे।