CISF News: इन छात्रों की हुई बल्ले-बल्ले, जारी हुई 1.25 करोड़ रुपये से ज्यादा की स्कॉलरशिप

दरअसल, सीआईएसएफ के उप महानिरीक्षक अजय दहिया ने बताया कि शैक्षणिक वर्ष 2024-25 के लिए नए मानदंडों के तहत कुल 567 छात्र लाभान्वित हुए हैं। बल ने प्रति वर्ष केवल 150 वार्डस् को छात्रवृत्ति देने के पहले की सीमा को समाप्त कर दिया है। नए नियमों के साथ, ऐसे सभी मेधावी छात्रों को अब समान रूप से पुरस्कृत किया जाएगा, जिससे उनके मन से बहिष्कार की भावना दूर होगी और उन्हें उच्च लक्ष्य निर्धारित करने के लिए आवश्यक प्रेरणा मिलेगी। कक्षा 12वीं में 80 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले सीआईएसएफ कर्मियों के सभी वार्डस् को छात्रवृत्ति के दायरे में लाया गया है।
उन्होंने बताया कि पहली बार सीआईएसएफ कर्मियों के वार्डस् में से मेधावी खेल उपलब्धि हासिल करने वालों को महानिदेशक की मेरिट छात्रवृत्ति के तहत मान्यता दी गई है। इस वर्ष कुल पाँच उपलब्धि हासिल करने वालों को छात्रवृत्ति प्रदान की गई। नए मानदंडों के तहत सीआईएसएफ के उन बहादुरों कर्मियों के वार्डस् को भी सहायता प्रदान की है। जिन्होंने कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। उनके बलिदान को मान्यता देते हुए उनके वार्डस् के लिए छात्रवृत्ति राशि में उल्लेखनीय वृद्धि की गई है। इस वर्ष ऐसे 8 छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान की गई।
आवेदन और अनुमोदन प्रक्रिया को डिजिटल प्रणाली को किया गया अधिक सुलभ
उन्होंने बताया कि ऑनलाइन प्रणाली द्वारा सुगम उपभोग और पारदर्शिता सुनिश्चित करती है, साथ ही दूरस्थ स्थानों पर रहने वाले सीआईएसएफ कर्मियों के वार्डस् को बिना किसी कठिनाई के आवेदन करने में सक्षम बनाती है। अब आवेदनों का समयबद्ध तरीके से निपटान किया जाता है, जिससे देरी कम होती है और यह सुनिश्चित होता है कि लाभार्थियों को उनके अधिकार सीधे उनके खातों में प्राप्त हों।
उन्होंने बताया कि शैक्षणिक वर्ष 2024-25 के लिए महानिदेशक की योग्यता छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत कुल 1.26 करोड़ रूपये की राशि वितरित की गई है। 80-90 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले प्रत्येक को 20 हजार रूपये और 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले प्रत्येक को 25 हजार रूपये दिए जाते है। इस कल्याणकारी सुधार ने बल का मनोबल बढ़ाया है और संगठन और उसके कर्मियों के बीच विश्वास और आश्वासन के एक मजबूत बंधन को मजबूत किया है। यह सीआईएसएफ के प्रेरक उद्देश्य ‘सर्वोपरि कल्याण‘ का उदाहरण है।