IAS Success Story: पहले प्रयास में UPSC टॉप कर रचा इतिहास, जानिए IAS सृष्टि देशमुख की सक्सेस स्टोरी

सृष्टि देशमुख का जन्म 18 मार्च 1995 को भोपाल, मध्य प्रदेश के कस्तूरबा नगर में हुआ था। उनके पिता जयंत देशमुख एक इंजीनियर हैं और मां सुनीता देशमुख प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका हैं। उन्होंने भोपाल के कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा प्राप्त की। दसवीं में उन्होंने 10 CGPA और बारहवीं में 93% अंक हासिल किए थे।
इंजीनियरिंग से UPSC तक का सफर
सृष्टि शुरू से ही पढ़ाई में मेधावी रहीं। उन्होंने राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल से केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने सीधे सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू की।
उनका वैकल्पिक विषय समाजशास्त्र (Sociology) था। तैयारी के दौरान उन्होंने कोई कोचिंग नहीं ली और सेल्फ स्टडी पर ही भरोसा किया। 2018 में उन्होंने पहली बार UPSC परीक्षा दी और 1068 अंक प्राप्त कर ऑल इंडिया 5वीं रैंक हासिल की।
मां-बाप का सपना और दृढ़ संकल्प
सृष्टि ने बताया कि उनका IAS बनने का सपना बचपन से था, और यह उनके माता-पिता की प्रेरणा से और भी मजबूत होता गया। उनके अनुसार, सफलता की सबसे बड़ी कुंजी है अनुशासन, लगातार मेहनत और अपनी कमियों को पहचानकर उन पर काम करना।
शादी भी एक IAS से
UPSC टॉपर बनने के बाद सृष्टि की चर्चा पूरे देश में हुई। उनकी मुलाकात IAS नागार्जुन बी. गौड़ा से IAS ट्रेनिंग के दौरान हुई। दोनों 2019 बैच के IAS अधिकारी हैं। बाद में दोनों ने विवाह कर लिया। नागार्जुन गौड़ा कर्नाटक से हैं और सृष्टि मध्य प्रदेश कैडर की अधिकारी हैं।
वर्तमान में IAS सृष्टि देशमुख मध्य प्रदेश सरकार में विभिन्न प्रशासनिक पदों पर सेवाएं दे रही हैं। उन्होंने कम उम्र में जो उपलब्धि हासिल की, वह आज भी लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा बनी हुई है।