स्कूली शिक्षा से ही थी टॉपर
स्मिता सभरवाल का जन्म पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में हुआ। उनकी प्रारंभिक शिक्षा सिकंदराबाद के सेंट ऐन हाई स्कूल से हुई। साल 1995 में CISCE बोर्ड की परीक्षा में उन्होंने अंग्रेजी और हिंदी में 94% तथा अर्थशास्त्र में 90% अंक हासिल किए — जो उस समय बेहद शानदार माने जाते थे।

कॉलेज के दिनों में शुरू की UPSC की तैयारी
स्मिता ने सेंट फ्रांसिस कॉलेज फॉर विमेन, हैदराबाद से कॉमर्स में ग्रेजुएशन किया। इसी दौरान उन्होंने तय किया कि वह सिविल सर्विसेज में जाएंगी। कॉलेज की पढ़ाई के साथ ही उन्होंने UPSC की तैयारी शुरू कर दी थी।
दूसरे प्रयास में देश में चौथी रैंक
पहले प्रयास में सफलता नहीं मिली, लेकिन स्मिता ने हार नहीं मानी। साल 2000 में अपने दूसरे प्रयास में उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 4 हासिल की। कम उम्र में इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल कर उन्होंने साबित किया कि दृढ़ निश्चय और अनुशासन से कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है।

सीएम ऑफिस में तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी
IAS स्मिता सभरवाल न सिर्फ यूपीएससी टॉपर रही हैं, बल्कि उन्होंने तेलंगाना सरकार के मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) में पहली महिला अधिकारी के रूप में कार्यभार संभालकर एक और कीर्तिमान बनाया। उनकी प्रशासनिक शैली और जनता से जुड़ने की क्षमता के कारण उन्हें ‘पीपुल्स ऑफिसर’ (People’s Officer) भी कहा जाता है।

पति हैं IPS अधिकारी
IAS स्मिता सभरवाल के पति IPS अकुन सभरवाल भी सिविल सर्विस में हैं। दोनों के पिता डिफेंस सर्विसेज में कार्यरत थे। मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन (LBSNAA) में ट्रेनिंग के दौरान दोनों एक-दूसरे के दोस्त और बैचमेट थे, बाद में परिवारों की सहमति से इनका विवाह हुआ।
