हांसी लघु सचिवालय में मधुमक्खियों का हमला: हवन से भड़कीं मधुमक्खियां, 10 लोग घायल

 
हांसी लघु सचिवालय में मधुमक्खियों का हमला: हवन से भड़कीं मधुमक्खियां, 10 लोग घायल

हिसार: हरियाणा के हिसार जिले के हांसी शहर में मंगलवार सुबह एक अप्रत्याशित घटना घटी। लघु सचिवालय परिसर में भारतीय नव वर्ष के उपलक्ष्य में एक संस्था द्वारा आयोजित हवन समारोह के दौरान मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। हवन से निकले धुएं के कारण मधुमक्खियां भड़क गईं, जिससे वहां मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई। इस हादसे में 10 लोग घायल हो गए।

हवन समारोह में मुख्य अतिथि थे एसडीएम

समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में हांसी के एसडीएम राजेश खोथ मौजूद थे। हवन शुरू होते ही धुआं उठा, जो पास के छत्ते में मौजूद मधुमक्खियों तक पहुंचा। इससे मधुमक्खियां उग्र हो गईं और लोगों पर हमला बोल दिया। वहां मौजूद लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे।

भगदड़ और घायलों की स्थिति

मधुमक्खियों के हमले से बचने के लिए लोगों ने रुमाल और कपड़ों से मुंह ढककर भागने की कोशिश की, लेकिन इस अफरा-तफरी में 10 लोग घायल हो गए। घायलों ने तुरंत नजदीकी मेडिकल स्टोर से एंटी-एलर्जिक दवाइयां लीं। हमले के बाद लघु सचिवालय परिसर में भय का माहौल बन गया, और लोग काफी देर तक वहां जाने से डरते रहे।

लखनऊ में भी हुआ था ऐसा हमला

यह कोई पहला मामला नहीं है। बीते शनिवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी मधुमक्खियों ने लोगों पर हमला किया था। निगोहां-बेनीगंज मार्ग पर एक बरगद के पेड़ पर छत्ते से मधुमक्खियां भड़क गई थीं, जब एक पक्षी ने छत्ते पर हमला किया। इस घटना में कई राहगीर घायल हुए और दो घंटे तक आवागमन ठप रहा। लोगों ने खरपतवार जलाकर धुआं किया, जिससे मधुमक्खियां भागीं और स्थिति नियंत्रित हुई।

क्यों होती हैं ऐसी घटनाएं?

मधुमक्खियां आमतौर पर अपने छत्ते की रक्षा के लिए आक्रामक होती हैं। हवन जैसे आयोजनों में धुआं या शोर छत्ते को परेशान कर सकता है, जिससे मधुमक्खियां हमला करती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी जगहों पर आयोजन से पहले छत्तों की जांच और सुरक्षा के इंतजाम जरूरी हैं।

प्रशासन की प्रतिक्रिया

अभी तक इस घटना पर प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, घायलों को तत्काल चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई गई। लघु सचिवालय में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि ऐसी घटनाओं से बचने के लिए पहले से क्या कदम उठाए गए थे।