हिसार: हरियाणा के हिसार में महाराजा एयरपोर्ट के निर्माण कार्य में तेजी जारी है। डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) की टीमों ने हाल ही में यहां निरीक्षण किया और लड़ाकू विमानों के सफल ट्रायल के बाद एयरपोर्ट के लाइसेंस मिलने की संभावना बढ़ गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 27 फरवरी तक हिसार एयरपोर्ट को उड़ान संचालन का लाइसेंस मिल सकता है।
पहले होगा ट्रायल, फिर शुरू होंगी उड़ानें
एयरपोर्ट से जयपुर, अयोध्या, वाराणसी, जम्मू और अहमदाबाद के लिए उड़ानें प्रस्तावित हैं। हालांकि, इन फ्लाइट्स का किराया अभी तय नहीं किया गया है। उड़ानों की शुरुआत से पहले एयरपोर्ट पर ट्रायल किया जाएगा, ताकि यह तय हो सके कि पहली उड़ान कहां से भरेगी और किन तकनीकी पहलुओं पर ध्यान देने की जरूरत है।
अयोध्या के लिए पहली फ्लाइट होगी रवाना
पहली फ्लाइट अयोध्या के लिए उड़ान भरेगी। सरकार की योजना के तहत 70 सीटर विमानों का संचालन किया जाएगा, जो विभिन्न शहरों को हिसार से जोड़ेंगे। जैसे ही लाइसेंस जारी होगा, पहले ट्रायल किया जाएगा और फिर नियमित उड़ानों की शुरुआत होगी।
हिसार के बाद अंबाला एयरपोर्ट से भी शुरू होंगी उड़ानें
हिसार एयरपोर्ट के साथ-साथ अंबाला में भी जल्द ही उड़ानों की शुरुआत करने की योजना बनाई जा रही है। इससे हरियाणा के विभिन्न हिस्सों में कनेक्टिविटी बेहतर होगी और यात्री सुविधाओं में वृद्धि होगी।
हरियाणा पुलिस संभालेगी एयरपोर्ट की सुरक्षा
एयरपोर्ट के बाहरी सुरक्षा की जिम्मेदारी हरियाणा पुलिस को सौंपी जाएगी। इसके लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया जा सके।
यात्रियों की संख्या पूरी न होने पर सरकार देगी सब्सिडी
शुरुआती चरण में यदि उड़ानों में पर्याप्त संख्या में यात्री नहीं होते हैं, तो सरकार घाटे की भरपाई करेगी। इससे एयरलाइंस कंपनियों को आर्थिक नुकसान से बचाया जा सकेगा और यात्रियों को बेहतर सेवाएं मिल सकेंगी।
हिसार एयरपोर्ट के शुरू होने से हरियाणा में हवाई सेवाओं का विस्तार होगा और यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। अब सबकी नजरें 27 फरवरी पर टिकी हैं, जब एयरपोर्ट को लाइसेंस मिलने की संभावना है।