
दरअसल गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस ने CSR के तहत मिलकर गुरुग्राम के एंबिएंस मॉल में ATM की तर्ज पर काम करने वाली देश की पहली ट्रैफिक चालान KIOSK मशीन का उद्घाटन किया है। Traffic Challan
इस KIOSK मशीन के जरिए आप अपने पैंडिंग ट्रैफिक चालान को आसानी से भर सकेंगे और आपको गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस के दफ्तर के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। अब मॉल के अंदर खरीददारी करते वक्त ही आप अपने पेंडिंग ट्रैफिक चालान का भुगतान QR कोड स्कैन करके आसानी से भर सकेंगे।
गुरुग्राम के ट्रैफिक पुलिस DCP डॉ राजेश मोहन ने एंबिएंस मॉल में इस मशीन का उद्घाटन किया। जो लोगों को सुविधा देने के लिए लगाई गई है। ये देश में पहली बार है जब किसी ट्रैफिक पुलिस ने ट्रैफिक चालान KIOSK मशीन लगाई हो। Traffic Challan
KIOSK की सुविधा
CSR (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) के तहत गुरुग्राम पुलिस द्वारा स्थापित यह कियोस्क, देश का पहला QR कोड आधारित कियोस्क है। यह वाहन चालकों को किसी भी समय अपने बकाया चालानों की जानकारी लेने और उनका भुगतान करने की सुविधा प्रदान करेगा। इस मशीन के जरिए केवल अपने वाहन का नंबर दर्ज करके ही ट्रैफिक चालान के बारे में जानकारी ली जा सकती है और QR कोड स्कैन करके उसका भुगतान भी किया जा सकता है। Traffic Challan
यह कियोस्क 90 दिनों से अधिक अवधि के या न्यायालय में भेजे गए चालानों का भुगतान स्वीकार नहीं करेगा। यह प्रणाली ATM मशीनों की तरह यूजर फ्रेंडली है और व्यस्त स्थानों जैसे एंबियंस मॉल में आने वाले लोगों के लिए अत्यधिक लाभकारी सिद्ध होगी, जिससे उनका समय और खर्च बचेगा।
डॉ. राजेश मोहन IPS ने बताया कि इस पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद, भविष्य में CSR के तहत शहर के अन्य प्रमुख स्थानों पर भी ऐसे कियोस्क स्थापित किए जाएंगे। यह अनूठी पहल न केवल ट्रैफिक पुलिस के कार्यभार को कम करेगी, बल्कि नागरिकों को डिजिटल तकनीक के माध्यम से बेहतर और त्वरित सेवा प्रदान करेगी। Traffic Challan
सम्मान और जागरूकता अभियान
इस अवसर पर, गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस द्वारा चुने गए 8 ट्रैफिक हीरोज़ को पुलिस उपायुक्त यातायात ने प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया। इसके अतिरिक्त, नारायण हॉस्पिटल की ओर से उन्हें गिफ्ट हैंपर भी प्रदान किए गए। अपने संबोधन में, डॉ. राजेश मोहन IPS ने सड़क हादसों के दौरान होने वाली लाखों मौतों पर चिंता व्यक्त की और सभी से यातायात नियमों का पालन करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि “प्रत्येक जीवन बहुमूल्य है” और लोगों को इन जानकारियों को अपने परिवार और दोस्तों के साथ साझा करके उन्हें भी नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करना चाहिए, ताकि सड़क हादसों पर अंकुश लगाया जा सके और यात्रा सुरक्षित व सुगम हो। Traffic Challan
उन्होंने ‘चालान नहीं सलाह मिलेगा’ अभियान पर भी प्रकाश डाला, जिसका उद्देश्य लोगों के व्यवहार में परिवर्तन लाना है ताकि वे भविष्य में नियमों का उल्लंघन न करें। उनका मानना है कि यह पहल न केवल लोगों को आर्थिक नुकसान से बचाएगी, बल्कि एक जागरूक समाज के निर्माण में भी सहायक होगी।