अरब सागर की खाड़ी में डिप्रेशन और दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जो जल्द ही डीप डिप्रेशन में बदल सकता है। इसके अलावा, उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों में 27 अक्टूबर से नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है। इन सभी प्रणालीयों के संयुक्त प्रभाव से पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत में भारी बारिश होने की संभावना है, जबकि हरियाणा-एनसीआर दिल्ली में केवल मौसम में बदलाव और बादलों की आवाजाही देखी जाएगी।
बिखराव वाली बारिश से प्रदूषण में कमी आएगी और हवाओं की दिशा और गति में बदलाव के कारण वायु गुणवत्ता सूचकांक में सुधार देखने को मिल रहा है। अगले तीन-चार दिनों तक प्रदूषण पर नियंत्रण रहेगा, लेकिन इसके बाद वायु गुणवत्ता में फिर गिरावट आने की संभावना है।
दिन का तापमान 25-30 डिग्री सेल्सियस और रात का तापमान 10-15 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। सुबह के समय हल्की ठंड का अहसास होगा, जबकि दिन का तापमान सामान्य से थोड़ा अधिक बना रहेगा। तापमान में इस तरह का अंतर बढ़ने के कारण वायरल मौसमी बुखार के मामलों में वृद्धि देखने को मिल रही है।
महेंद्रगढ़ जिले में मौसम शुष्क और साफ बना हुआ है। नारनौल में दिन और रात का तापमान क्रमशः 31.6 और 15.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि महेंद्रगढ़ शहर में यह 31.4 और 15.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवाओं की दिशा और गति में बदलाव के कारण वायु गुणवत्ता सूचकांक 62 रहा, जो दीपावली के समय 390 तक जा चुका था।
आगामी तीन-चार दिनों में बिखराव वाली बारिश से प्रदूषण में सुधार और वायु गुणवत्ता सूचकांक में सुधार देखने को मिलेगा। हालांकि, इसके बाद पूरे इलाके में वायु गुणवत्ता में एक बार फिर गिरावट आ सकती है।
