कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि यह मौसम गेहूं की बिजाई के लिए सबसे अनुकूल माना जाता है। उन्होंने किसानों को इस अवधि में फसल बोने की सलाह दी है, क्योंकि दिन में धूप हल्की और रात में नमी फसलों के अंकुरण के लिए बेहतर मानी जाती है।
नवंबर के पहले सप्ताह के बाद बढ़ेगी ठंड
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, नवंबर के पहले सप्ताह के बाद हरियाणा में ठंड का असर और तेज़ी से बढ़ेगा। रात के तापमान में और गिरावट की संभावना है, जबकि दिन का अधिकतम तापमान लगभग 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहेगा।
विभाग ने अनुमान जताया है कि अगले 7 से 10 दिनों में न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट देखने को मिल सकती है। साथ ही, तापमान कम होने के साथ प्रदूषण का स्तर भी तेजी से बढ़ रहा है।
प्रदूषण ने बढ़ाई चिंता
हरियाणा के कई शहरों में हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। रोहतक का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 389 दर्ज किया गया, जो देश के सबसे प्रदूषित शहरों में से एक रहा। चरखी दादरी में AQI 375, फतेहाबाद में 334, जींद में 330, कैथल में 324 और बल्लभगढ़ में 319 दर्ज किया गया।
ये सभी आंकड़े बहुत खराब (Very Poor) श्रेणी में आते हैं, जिससे सांस संबंधी रोगियों, बुजुर्गों और बच्चों के लिए स्थिति और अधिक खतरनाक हो जाती है।
