मौसम में ठंडक के साथ प्रदूषण का स्तर भी चिंताजनक हो गया है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि नवंबर के पहले सप्ताह के बाद ठंड में और तेजी आएगी, लेकिन साथ ही हवा की गुणवत्ता और बिगड़ सकती है। भिवानी में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 406 दर्ज किया गया, जो देश के सबसे प्रदूषित शहरों में से एक बन गया है। इसके अलावा फतेहाबाद में AQI 309, सोनीपत में 317 और बल्लभगढ़ में 320 दर्ज किया गया है। ये सभी स्तर “गंभीर” श्रेणी में आते हैं।
राज्य के चार प्रमुख जिले भिवानी, सोनीपत, फतेहाबाद और बल्लभगढ़ रेड जोन में शामिल हैं, जहां हवा सांस लेने लायक नहीं रही। एक दिन पहले तक पांच शहर रेड जोन में थे, जिनमें बहादुरगढ़, चरखी दादरी और जींद भी शामिल थे। विशेषज्ञों का कहना है कि खेतों में पराली जलाने, वाहनों से निकलने वाले धुएं और मौसम में ठहराव के कारण प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है।
इसी बीच, चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि 2 नवंबर तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है। इस दौरान उत्तर और उत्तर-पश्चिम दिशा से हल्की से मध्यम गति की हवाएं चलेंगी। इन हवाओं के असर से आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ेगी तथा सुबह और शाम का तापमान और नीचे जा सकता है।
