Haryana : हरियाणा के इस शहर में अब नहीं भरेगा बारिश का पानी, सरकार ने मास्टर प्लान किया तैयार

जलभराव की समस्या का होगा समाधान
बताया जा रहा है कि इन सेक्टरों में लंबे समय से चली आ रही जलभराव की समस्या का समाधान होगा, बल्कि नियोजित शहरी विकास को भी गति मिलेगी और नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार आएगा। सेक्टर 68 से 75 में जल निकासी नेटवर्क को बढ़ाने के लिए 17.63 किमी लंबाई में मास्टर स्टार्म वाटर ड्रेन बिछाने का काम करने की योजना है।
ये सेक्टर शामिल
जिसमें कई आकारों के RCC बाॅक्स टाइप ड्रेन का निर्माण किया जाएगा। इन बरसाती नालों के पानी के निर्वहन का निपटान आगामी एसपीआर के साथ वाटिका चौक से एनएच 48 तक मास्टर स्टार्म वाटर ड्रेन में और लेग-तीन बादशाहपुर नाले में किया जाएगा। क्षेत्रों में सेक्टर 68, 69, 70, 70ए, 71, 72,75, 75ए, 71, 73 और 74 शामिल हैं। सेक्टर 68-75 में वर्षा जल निकासी की व्यवस्था करने की परियोजना 51 करोड़ रुपये की लागत से क्रियान्वित की जाएगी और अगस्त 2026 तक पूरी हो जाएगी।
पंपिंग स्टेशन का भी होगा निर्माण
मिली जानकारी के अनुसार सेक्टर 112-115 में लगभग 7.5 किमी लंबाई में विभिन्न आकार के मास्टर आरसीसी बाॅक्स टाइप ड्रेन का निर्माण किया जाएगा और कुल ड्रेनेज सिस्टम को मास्टर लेग-एक ड्रेन से जोड़ने का प्रस्ताव है, जो इन क्षेत्रों में मौजूद है। इसके अतिरिक्त, भारी मानसून के दौरान मुख्य ड्रेन के किसी भी ओवरफ्लो को रोकने के लिए सेक्टर 115 में लेग -I ड्रेन के पास एक पंपिंग स्टेशन का भी निर्माण किया जाएगा।
32.80 करोड़ रुपये की लागत से ड्रेन का निर्माण
इस पंपिंग प्रणाली को भारी मानसून अवधि के दौरान उपयोग किया जाएगा ताकि लेग-1 और प्रस्तावित नए ड्रेन के बैक फ्लो के किसी भी संभावना से बचा जा सके। सेक्टर 112-115 में वर्षा जल निकासी की व्यवस्था के लिए 32.80 करोड़ रुपये की लागत से ड्रेन का निर्माण किया जाएगा। यह परियोजना मई 2026 तक पूरी हो जाएगी।
इस ड्रेन पर लोड होगा कम
इसके अतिरिक्त, जीएमडीए द्वारा सेक्टर 69, 70, 75 और 75ए के साथ वाटिका चौक से एनएच 8 तक लगभग 5.2 किलोमीटर लंबी ड्रेन बिछाने का काम भी तेजी से किया जा रहा है।