महीने की शुरुआत में बढ़ी थी ठंड, अब तापमान बढ़ा
अक्टूबर की 2 और 3 तारीख को हुई बारिश के कारण हरियाणा के कई जिलों में रात के तापमान में अचानक गिरावट दर्ज की गई थी। उस समय तापमान 15 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। हालांकि, दीपावली के बाद मौसम का रुख बदल गया और ठंड में कमी के साथ-साथ प्रदूषण का स्तर भी बढ़ गया। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इस परिवर्तन का असर कुछ ही दिनों में समाप्त हो जाएगा और तापमान में फिर हल्की गिरावट देखने को मिलेगी।
27 अक्टूबर तक रहेगा शुष्क मौसम
मौसम विभाग के अनुसार, हरियाणा में 27 अक्टूबर तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है। इस दौरान प्रदूषण के स्तर में थोड़ी बहुत राहत मिल सकती है। वहीं, 29 अक्टूबर को उत्तरी पर्वतीय इलाकों में एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) सक्रिय होगा, जिससे हवाओं की दिशा में परिवर्तन होगा। इससे हरियाणा-एनसीआर और दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार आने की उम्मीद है।
प्रदूषण के मामले में टॉप 10 में हरियाणा के शहर
दीपावली के बाद हरियाणा के कई शहरों में प्रदूषण का स्तर बहुत अधिक बढ़ गया। प्रदेश के दस शहर देश के सबसे प्रदूषित शहरों की टॉप टेन लिस्ट में शामिल रहे। इनमें जींद, धारूहेड़ा और नारनौल सबसे आगे रहे। हालांकि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर थोड़ा अधिक रहा, लेकिन हरियाणा के ये शहर भी गंभीर श्रेणी में पहुंचे। इस दौरान कमजोर पश्चिमी विक्षोभ गुजरने से हवाओं के रुख में हल्का बदलाव आया, जिससे तापमान में मामूली गिरावट और दिन के तापमान में हल्की बढ़त दर्ज की गई।
तापमान सामान्य के आसपास
बुधवार को हरियाणा-एनसीआर और दिल्ली में दिन का तापमान 27°C से 34°C के बीच और रात का तापमान 17°C से 21°C के बीच दर्ज किया गया। मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में दिन और रात के तापमान सामान्य स्तर पर बने हुए हैं, और अगले कुछ दिनों तक आसमान साफ व मौसम शुष्क रहने की संभावना है।
29 अक्टूबर से बारिश और सुधार के संकेत
मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्र मोहन के अनुसार, दीपावली की रात हरियाणा के 15 जिलों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 से 500 के बीच पहुंच गया था, जो “गंभीर श्रेणी” में आता है। हालांकि मंगलवार को एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के चलते हल्की बूंदाबांदी और हवाओं की दिशा में बदलाव से प्रदूषण में थोड़ा सुधार देखा गया। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में अरब सागर पर एक कम दबाव का क्षेत्र (Low Pressure Area) विकसित होगा और 29 अक्टूबर से सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण हवाओं की दिशा बदलने से हरियाणा, एनसीआर और दिल्ली में वायु गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार संभव है।
