मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अस्पतालों की स्थिति में सुधार के लिए धन की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे नियमित निरीक्षण करें और किसी भी प्रकार की लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की जाए। वहीं, बेहतर प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों को सम्मानित भी किया जाएगा।
सफाई और सौंदर्यीकरण पर विशेष बल
बैठक के दौरान अस्पताल परिसरों में भवनों की मरम्मत, बिजली व्यवस्था, रिसेप्शन और वार्ड की स्थिति, जन सुविधाएं, तथा हरियाली और पार्कों की देखरेख जैसे मुद्दों की गहन समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों में आने वाले मरीजों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए।
सैनी ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि हरियाणा के सरकारी अस्पताल पूरी तरह साफ, सुंदर और मरीजों के लिए सुविधाजनक हों। अधिकारियों को 'सफाई कल्चर' को बढ़ावा देना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि लोक निर्माण विभाग (PWD) द्वारा मरम्मत के बाद भवन के रखरखाव की जिम्मेदारी संबंधित अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) की होगी।
हरियाली और पर्यावरण पर भी फोकस
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि अस्पताल परिसरों में पेड़-पौधों की देखभाल, नई पौधारोपण, और पार्क व्यवस्था को भी दुरुस्त किया जाए, ताकि मरीजों और तीमारदारों को शांत और सकारात्मक वातावरण मिल सके।
बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी
इस समीक्षा बैठक में राज्य के प्रमुख वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे, जिनमें मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अरुण कुमार गुप्ता, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल, लोक निर्माण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग अग्रवाल, वित्त विभाग के सचिव मोहम्मद शाइन, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. साकेत कुमार, और ओएसडी भारत भूषण भारती तथा विवेक कालिया शामिल थे।
