Haryana: हरियाणा के प्रोफेसर और शिक्षक करेंगे कुत्तों की निगरानी, UGC ने जारी किए निर्देश
शिक्षक नेता शिक्षण के मूल कार्य से हटकर पहले ही 20 से अधिक कार्यों की जिम्मेदारी निभाने वाले शिक्षकों की पीड़ा शासन तक पहुंचाने के लिए विरोध की रणनीति बनाने में जुटे हैं।रोहतक स्थित महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी और कैथल, हिसार सहित कई जिलों में जिला शिक्षा कार्यालय से खंड शिक्षा अधिकारियों को अपने-अपने खंड के सभी स्कूलों में एक-एक शिक्षक को नोडल अधिकारी नियुक्त करने का आदेश जारी कर दिया गया है।
जिला शिक्षा कार्यालयों के जारी पत्र में स्पष्ट है कि प्रत्येक स्कूल में शिक्षक को नोडल अधिकारी बनाया जाए। संबंधित विद्यालय का नाम, नोडल अधिकारी का नाम, पद और मोबाइल नंबर स्पष्ट रूप से विद्यालय परिसर में प्रदर्शित किया जाना अनिवार्य होगा। इसकी रिपोर्ट शुक्रवार तक मांगी गई है।
शिक्षकों पर दायित्व थोपना असंगत- एसोसिएशन
हसला (हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन) के राज्य प्रधान सतपाल सिंधु का कहना है कि शिक्षण संस्थानों में लावारिस पशुओं व कुत्तों की समस्या के समाधान के लिए शिक्षकों को नोडल अधिकारी नियुक्त करने संबंधी आदेश का संगठन कड़ा विरोध करता है। शिक्षक का मूल दायित्व शैक्षणिक गतिविधियों का संचालन व विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना है। पशु नियंत्रण, प्रशासनिक सर्वे या फील्ड ड्यूटी जैसे काम शिक्षकों के दायित्व क्षेत्र से बाहर हैं। ऐसा आदेश शिक्षकों पर अनावश्यक अतिरिक्त बोझ है। ऐसा आदेश शिक्षकों को प्रभावित करता है।
