मुख्यमंत्री सैनी ने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि महोत्सव के दौरान ब्रह्मसरोवर पर प्रतिदिन भव्य गीता महाआरती का आयोजन किया जाएगा। साथ ही विभिन्न भाषाओं में श्रीमद्भगवद्गीता की प्रदर्शनी, गीता प्रतियोगिताएं, पुस्तक मेला (1 दिसंबर तक) और बलराम कुश्ती दंगल जैसे विविध कार्यक्रम आयोजित होंगे। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 नवंबर को कुरुक्षेत्र पहुंचेंगे और गीता महोत्सव के मुख्य कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
मुख्य कार्यक्रमों से पहले भी कई आयोजन शुरू हो जाएंगे। 4 से 14 नवंबर तक ऑनलाइन गीता क्विज आयोजित की जाएगी, जबकि 15 नवंबर को गीता रन का आयोजन होगा। इसके साथ ही 15 नवंबर से 5 दिसंबर तक शिल्प एवं सरस मेला चलेगा। प्रतिदिन शाम के समय पुरुषोत्तमपुरा बाग में भजन संध्या और महाआरती आयोजित की जाएगी, जिससे वातावरण धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव से भर जाएगा।
महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 24 नवंबर से 1 दिसंबर तक होंगे। इनमें गीता यज्ञ, गीता पूजन, अंतरराष्ट्रीय गीता सेमिनार, सर्वधर्म सम्मेलन, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और शिक्षा विभाग की प्रतियोगिताएं शामिल रहेंगी। 1 दिसंबर को ज्योतिसर में गीता पाठ और यज्ञ, थीम पार्क में वैश्विक गीता पाठ, 48 कोस तीर्थ सम्मेलन, सन्निहित सरोवर पर दीपोत्सव और ब्रह्मसरोवर पर दीपदान व आरती का भव्य आयोजन होगा।
इस बार विदेश मंत्रालय की पहल पर गीता महोत्सव का आयोजन 40 से अधिक देशों में भी किया जाएगा। इन देशों में प्रदर्शनियां, गीता पाठ और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। इसके अलावा 15 से अधिक देशों के 25 विद्वान कुरुक्षेत्र पहुंचेंगे और यहां से गीता के उपदेश अपने-अपने देशों तक पहुंचाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि टोक्यो में भी गीता जयंती का आयोजन किया गया, जो दर्शाता है कि गीता का संदेश सीमाओं से परे जाकर विश्व को जोड़ने का कार्य कर रहा है।
