Haryana: हरियाणा को मिलेगा विकास का नया आयाम, ये कंपनियां करेगी निवेश

कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यमंत्री ने जापानी अभिवादन “कोन्निचिवा, मीना-सामा!” से करते हुए कहा कि जापान की ‘गनबट्टे’ की भावना — यानी अपना सर्वश्रेष्ठ देने की प्रतिबद्धता — ने पूरे विश्व को प्रेरित किया है। उन्होंने कहा कि हमारा संबंध केवल कारोबार पर आधारित नहीं है; यह सांस्कृतिक मूल्यों का बंधन है। आज भारत और जापान की एक विशेष रणनीतिक साझेदारी है। यह साझेदारी इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में समृद्धि की आधारशिला है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की हाल ही की जापान यात्रा के दौरान, जापान और भारत दोनों राष्ट्रों ने अगले दशक के लिए संयुक्त दृष्टिकोण को अपनाया है। इसके तहत आर्थिक सुरक्षा से लेकर स्थिरता और प्रौद्योगिकी तक, हर महत्वपूर्ण क्षेत्र में सहयोग को और बढ़ाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की गई है। इसका सबसे महत्वपूर्ण परिणाम जापान द्वारा भारत में निजी और सार्वजनिक क्षेत्र में 10 ट्रिलियन जापानी येन का निवेश करने का ऐतिहासिक संकल्प है। यह निवेश दोनों देशों के विश्वास और हितों का परिचायक है।
उन्होंने कहा कि हम सामान्य कारोबार से आगे बढ़कर आर्थिक सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हम सेमीकंडक्टर्स, महत्वपूर्ण खनिज, स्वच्छ ऊर्जा और हाई-स्पीड रेल नेटवर्क जैसी परिवर्तनकारी परियोजनाओं में सहयोग को प्राथमिकता दे रहे हैं। इस दौरे को सफल बनाने के लिए जमीनी स्तर पर तेजी से कार्रवाई करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हरियाणा पहले से ही जापानी उद्यमियों के लिए पसंदीदा स्थल है। गुरुग्राम और मानेसर के औद्योगिक केंद्र हमारी चिरस्थायी सांझेदारी के जीवंत प्रमाण हैं। आज लगभग 400 जापानी कंपनियां हरियाणा से काम कर रही हैं। ये उस विरासत को आगे बढ़ा रही हैं, जिसकी नींव 1980 के दशक में सुजुकी के हरियाणा में आने के साथ पड़ी थी।
उन्होंने कहा कि हरियाणा को अपनी भौगोलिक स्थित का बड़ा लाभ है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं का प्रवेश द्वार है। हरियाणा का दो-तिहाई क्षेत्र राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पड़ता है। हमारा बुनियादी ढांचा विश्व स्तरीय है। हरियाणा सिर्फ एक बाज़ार नहीं है; यह विनिर्माण की महाशक्ति है। हमें अपने ऑटोमोबाइल सेक्टर पर गर्व है, जो भारत में सबसे अधिक यात्री कारों का निर्माण करता है।
श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा का वैश्विक सॉफ्टवेयर पारिस्थितिकी तंत्र में महत्वपूर्ण योगदान है। इसके अलावा, हम टिकाऊ विनिर्माण में अग्रणी हैं। पानीपत को दुनिया के सबसे बड़े हैंडलूम केंद्र के रूप में जाना जाता है। हमारी सरकार ने जापान की तकनीकी ताकत व हमारे संयुक्त दृष्टिकोण के लक्ष्यों के साथ पूरी तरह से मेल खाती नीतियां बनाई हैं। उन्होंने निवेशकों को हरियाणा में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।
प्रतिनिधिमंडल में हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री राजेश खुल्लर, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री अरुण कुमार गुप्ता, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के आयुक्त एवं सचिव डॉ. अमित कुमार अग्रवाल, एचएसआईआईडीसी के प्रबंध निदेशक डॉ. यश गर्ग और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।