संतरी ड्यूटी के दौरान हुई दुर्घटना
जानकारी के अनुसार, अमरजीत पुत्र रमेश कुमार जम्मू-कश्मीर के पुंछ में संतरी ड्यूटी पर तैनात थे। ड्यूटी के दौरान उनकी सर्विस राइफल से गोली चल गई, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। गोली चलने की आवाज सुनते ही कैंप में अफरा-तफरी मच गई। साथी जवान तुरंत उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
परिवार और गांव में पसरा मातम
शहादत की खबर मिलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई। ग्रामीण बड़ी संख्या में शहीद के घर पहुंचकर परिवार को सांत्वना देने लगे। बताया गया कि शहीद अमरजीत का शव आज गांव पहुंचेगा, जिसके बाद दोपहर तीन बजे अंतिम संस्कार किया जाएगा।
एक साल में गांव की दूसरी शहादत
गांव जाजनवाला ने एक साल के भीतर दूसरी बार अपने लाल को खोया है। इससे पहले, 8 जुलाई 2024 को इसी गांव के जवान प्रदीप नैन कश्मीर में आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए थे। अब अमरजीत नैन की शहादत ने गांव को एक बार फिर शोक में डुबो दिया है।
अंतिम दर्शन को उमड़ेगा जनसैलाब
गांव में शहीद अमरजीत नैन के अंतिम संस्कार की तैयारियां चल रही हैं। उनके अंतिम दर्शन के लिए आसपास के गांवों से भी लोग पहुंचेंगे। कार्यक्रम में सेना के अधिकारी, जिला प्रशासन के प्रतिनिधि और स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहेंगे।
