
जानकारी के मुताबिक, चंडीगढ़ पुलिस की ओर से सुसाइड नोट को आधार बनाते हुए सेक्टर-11 थाने में 156 नंबर FIR भारत न्याय संहिता (BNS) की धारा 108, 3(5) और एससी/एसटी एक्ट की धारा 3(1)(r) के तहत दर्ज की गई है। Haryana News
मिली जानकारी के अनुसार, हरियाणा के इतिहास में यह पहली बार है, जब किसी मामले में चीफ सेक्रेटरी और DGP सहित 14 पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर मामला दर्ज हुआ है। चंडीगढ़ पुलिस ने जांच के लिए IG पुष्पेंद्र कुमार की अध्यक्षता में 6 सदस्यीय SIT बना दी है। Haryana News
जानकारी के मुताबिक, हालांकि, IPS पूरन की IAS पत्नी अमनीत पी. कुमार ने इस FIR पर एतराज जताया है। उन्होंने चंडीगढ़ पुलिस को एप्लिकेशन देकर कहा कि FIR में आरोपी अफसरों के नाम अलग से कॉलम में नहीं लिखे गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार, FIR को फिक्स फॉर्मेट में लिखा जाए। इसको लेकर उनकी चंडीगढ़ की SSP कंवरदीप कौर से हॉट टॉक भी हुई है। परिवार के राजी न होने से चौथे दिन भी पूरन का पोस्टमॉर्टम नहीं हो पाया है। Haryana News
मिली जानकारी के अनुसार, वहीं सरकार ने पूरे मामले को हैंडल करने के लिए ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार की ड्यूटी लगाई है। Haryana News
जानकारी के मुताबिक, पंवार ने 2 बार IG की पत्नी से मुलाकात कर पोस्टमॉर्टम और अंतिम संस्कार के लिए राजी करने की कोशिश की लेकिन अमनीत ने DGP को पद से हटाने और रोहतक SP को गिरफ्तार करने तक इससे इनकार कर दिया। Haryana News
मिली जानकारी के अनुसार, सूत्रों के मुताबिक DGP शत्रुजीत कपूर का जाना तय हो गया है। इनकी जगह ADGP आलोक मित्तल को लगाया जा सकता है। बताया गया है कि आलोक देर रात सीएम नायब सैनी के साथ मीटिंग करने पहुंचे थे। इसके बाद फैसला लिया गया। सरकार ने मित्तल की प्रमोशन फाइल मंजूर की। जानकारी के मुताबिक, अब आलोक मित्तल DGP रैंक के IPS हो गए हैं। ओपी सिंह की जल्द रिटायरमेंट को देखते हुए ये फैसला लिया गया है। आलोक मित्तल के साथ IPS अशिंद्र सिंह चावला को भी DG रैंक मिली है। Haryana News
जानकारी के मुताबिक, यह भी जानकारी सामने आई है कि रोहतक SP नरेंद्र बिजारणिया पर भी गाज गिर सकती है। वहीं, सरकार ने पूरन कुमार के परिवार की सुरक्षा बढ़ा दी है। मिली जानकारी के अनुसार, उनके घर के बाहर अस्थायी पुलिस बूथ लगा दिया गया है। परिवार कुछ देर में सेक्टर 24 स्थित सरकारी आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा।