अशोक कुमार टिकली के निवासी थे और उन्होंने बैंक में लगभग 7-8 साल तक सिक्योरिटी गार्ड के रूप में सेवा दी थी। पिछले डेढ़ साल से वे बेरोजगार थे। बताया जा रहा है कि घटना के दिन वे शाम के वक्त बैंक आए और बाहर निकलते ही आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने बताया कि अशोक कुमार ने अपनी लाइसेंसी .32 बोर रिवॉल्वर से खुद को गोली मारी। हथियार पूरी तरह लोडेड पाया गया, जिसमें चैंबर में पांच कारतूस और एक खाली खोल था। मौके से उनके बैग में तीन लाइन का सुसाइड नोट भी बरामद हुआ, जिसमें लिखा था, “सबको राम-राम। जो मेरे से दुखी थे, अब खुश रहना।” पुलिस इस सुसाइड नोट की जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या उन्हें किसी ने परेशान किया था।
जांच में सामने आया कि अशोक कुमार ने सुबह पत्नी से झूठ बोलकर कहा कि उन्हें कहीं नौकरी के लिए इंटरव्यू जाना है। इसके बाद वे सीधे बैंक पहुंचे और अपने खाते से एक लाख रुपए निकाल लिए। बैंक में उन्होंने पुराने सहकर्मियों से करीब दो घंटे तक बातचीत की और फिर शाखा के पीछे रेहड़ी पर बैठे। कुछ घंटे बाद उन्होंने आत्महत्या कर ली।
