राज्य सरकार के इस निर्णय से बरवाला क्षेत्र के नागरिकों को अब और अधिक शहरी सुविधाओं, योजनाओं के फंड और प्रशासनिक सुधारों का लाभ मिलेगा। नगर परिषद बनने के बाद क्षेत्र में विकास कार्यों की रफ्तार तेज होने की उम्मीद है, साथ ही स्थानीय निकाय को अधिक वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार भी प्राप्त होंगे।
गौरतलब है कि तीन महीने पहले यानी 12 अगस्त 2025 को समालखा नगरपालिका को नगर परिषद में अपग्रेड किया गया था, जिससे वह हरियाणा की 24वीं नगर परिषद बनी थी। अब बरवाला को भी यह दर्जा मिलने से राज्य में शहरीकरण और प्रशासनिक ढांचे को और मजबूती मिली है।
जानकारों के अनुसार, किसी भी नगरपालिका को नगर परिषद में अपग्रेड करने के लिए जनसंख्या, राजस्व और शहरी विकास स्तर को प्रमुख मानदंड माना जाता है। आमतौर पर जिन शहरों की आबादी एक लाख से पाँच लाख के बीच होती है और जहाँ शहरीकरण तेजी से बढ़ रहा होता है, उन्हें नगर परिषद का दर्जा दिया जाता है। बरवाला इन सभी मानकों पर खरा उतरता है, जिसके चलते इसे यह नया दर्जा प्रदान किया गया है।
स्थानीय निवासियों और जनप्रतिनिधियों ने राज्य सरकार के इस निर्णय का स्वागत किया है। उनका कहना है कि इससे क्षेत्र में बुनियादी ढाँचे, सफाई व्यवस्था, जल निकासी, सड़क निर्माण और नागरिक सुविधाओं में व्यापक सुधार होगा।
