प्रदेश के नौ जिले रेड जोन में
प्रदेश के नौ जिले - अंबाला, फतेहाबाद, यमुनानगर, भिवानी, चरखी दादरी, धारूहेड़ा, जींद, नारनौल और रोहतक - प्रदूषण के रेड जोन में आ चुके हैं। इन जिलों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) काफी खराब स्तर पर पहुंच गया है।
पराली जलाने में कमी के बावजूद बढ़ा प्रदूषण
सरकारी आंकड़ों के अनुसार पराली जलाने के मामले 97% तक घटे हैं, लेकिन फिर भी प्रदेश का औसत AQI पिछले चार दिनों में 180 से बढ़कर 320 तक पहुंच गया, जो करीब 78% की बढ़ोतरी है। जिन जिलों में पराली जलाने की घटनाएं कम हुईं, वहां औद्योगिक धुआं, वाहन उत्सर्जन और कम हवा की गति ने प्रदूषण को बढ़ाया है।
विशेषज्ञों के अनुसार, हवा में सूक्ष्म कण (PM 2.5) का स्तर सामान्य से कई गुना अधिक हो गया है। दीवाली के बाद भी प्रदूषण नियंत्रण की कोशिशें अपेक्षित प्रभाव नहीं दिखा पा रही हैं। संभव है कि कई जिलों में ग्रेड 3 की कड़ी पाबंदियां लगाई जाएं।
