गीता की जन्मभूमि को मिलेगी वैश्विक पहचान
मुख्यमंत्री सैनी ने बताया कि वर्ष 2014 में कुरुक्षेत्र में आयोजित जनसभा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि गीता की जन्मभूमि को वैश्विक पहचान दिलाई जाएगी। उसी दिशा में अब तेजी से कार्य हो रहा है। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र में देश-विदेश से भारी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक पहुंच रहे हैं, इसलिए यहां के बुनियादी ढांचे को आधुनिक स्वरूप दिया जा रहा है।
ज्योतिसर में बन रहा अनुभव केंद्र
सीएम सैनी ने बताया कि ज्योतिसर में महाभारतकालीन घटनाओं पर आधारित एक अनुभव केंद्र तैयार किया जा रहा है, जो अब लगभग पूरा हो चुका है। इस केंद्र में आधुनिक तकनीक के माध्यम से पर्यटकों को गीता और महाभारत से जुड़ी ऐतिहासिक झलकियां दिखाई जाएंगी।
24 देशों को भेजा गया आमंत्रण
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस वर्ष के अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में विदेश मंत्रालय विशेष भूमिका निभा रहा है। विदेश मंत्रालय के माध्यम से 24 देशों को आमंत्रण भेजा जा चुका है ताकि इस आयोजन को वैश्विक स्तर पर पहचान मिल सके।
‘कृष्णा सर्किट’ परियोजना से बढ़ेगा पर्यटन
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार की ‘कृष्णा सर्किट’ परियोजना पर भी काम जारी है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस योजना के तहत कुरुक्षेत्र के साथ-साथ पिंजौर गार्डन का जीर्णोद्धार और टिक्कर ताल का सौंदर्यीकरण किया जाएगा।
