प्रोजेक्ट को मिली मंजूरी
इस प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल चुकी है। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने बताया कि बरसात के मौसम में अंडरपास में जलभराव से मरीजों को काफी परेशानी होती है, ऐसे में यह नया इंटरचेंज आवागमन को सुरक्षित और सुगम बनाएगा।
AIIMS निदेशक डॉ. डी.एन. शर्मा ने बताया कि इस इंटरचेंज का प्रावधान पहले से ही हरियाणा सरकार और एम्स के बीच हुए प्रारंभिक समझौते में शामिल था। वहीं, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव सुधीर राजपाल ने बताया कि एम्स परिसर में बिजली और पेयजल आपूर्ति के लिए 22 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है। इसके तहत 11 केवी का अलग बिजली फीडर और नहरी जल आपूर्ति लाइन स्थापित की जाएगी।
CM सैनी ने मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी को निर्देश दिए कि सभी स्वीकृति प्रक्रियाओं को एक सप्ताह के भीतर पूरा किया जाए ताकि निर्माण कार्य तुरंत शुरू हो सके। विधायक डॉ. कृष्ण कुमार ने बताया कि केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के प्रयासों से जल्द ही एम्स रेवाड़ी की ओपीडी (OPD) शुरू होने जा रही है। इससे दक्षिण हरियाणा के लाखों लोगों को आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा।
जानें क्या होता है फुल ट्रंपेट इंटरचेंज?
आपको बता दें कि फुल ट्रंपेट इंटरचेंज एक विशेष T-जंक्शन संरचना होती है, जो एक मुख्य राजमार्ग को दूसरे राजमार्ग से जोड़ती है। इसका आकार संगीत वाद्य ‘तुरही’ (Trumpet) जैसा होता है। यह डिजाइन वाहनों के निर्बाध आवागमन को सुनिश्चित करता है और यातायात जाम की समस्या को समाप्त करता है।
