यह सख्त कदम छात्रों के विरोध प्रदर्शन और सबूत के तौर पर वॉट्सऐप चैट सामने आने के बाद उठाया है। यूनिवर्सिटी के कुलपति ने मीडिया को बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में 27 नवंबर को आया था, जब उन्हें एक गुमनाम शिकायत पत्र मिला। कुलपति ने कहा कि हमारे पास 27 नवंबर को एक बिना नाम की चिट्ठी आई थी, जिसमें ज़िक्र किया गया था कि मुझे प्रोफेसर के द्वारा वॉट्सऐप पर अश्लील मैसेज भेजे जा रहे हैं। हमने तुरंत मामले की जाँच कमेटी से करवाई।
आरोपी गेस्ट असिस्टेंट प्रोफेसरों थे, उनको घर पर ही रहने के आदेश जारी किए गए और उन्हें रिलीव किया गया है।
जानें क्या था मामला
आपको बता दें कि जींद विश्वविद्यालय में छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न का गंभीर मामला सामने आया था। जिसमें अंग्रेजी विभाग के एक प्रोफेसर पर आरोप है कि वह व्हाट्सऐप के माध्यम से छात्राओं पर दबाव बनाकर आपत्तिजनक बातों के लिए मजबूर करता था। एक छात्रा ने साहस दिखाते हुए इस व्यवहार की शिकायत मुख्यमंत्री और राज्यपाल को भेजी, जिसके बाद मामला तेजी से सामने आया।
छात्र संगठन ABVP ने इस मामले में प्रोफेसरों के अनुचित व्यवहार के बारे में लिखित शिकायत दी है। आरोप है कि प्रोफेसर छात्राओं की निजी जिंदगी, पहनावे और रूप-रंग पर अनुचित टिप्पणियां करता था।
कई शिकायतों के बाद 27 नवंबर को अंग्रेजी विभाग की 50 से अधिक छात्राएं कुलपति रामपाल सैनी से मिलीं थीं। अब वीसी ने 3 गेस्ट असिस्टेंट प्रोफेसर्स को निलंबित कर दिया है।
