Haryana : हरियाणा में इस एक्सप्रेसवे पर बनेंगे 12 आधुनिक रेस्ट एरिया, 1866 करोड़ आएगी लागत 

 
Twelve modern rest areas will be built on this expressway in Haryana.
Haryana :  दिल्ली–कटरा एक्सप्रेसवे पर सफर करने वाले यात्रियों के लिए एक राहत भरी खबर सामने आई है। हरियाणा सरकार और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की संयुक्त योजना के तहत हरियाणा सीमा में 12 आधुनिक रेस्ट एरिया विकसित किए जाएंगे। इन रेस्ट एरिया के निर्माण की प्रक्रिया जल्द शुरू होने की संभावना है। 

135 KM लंबा एक्सप्रेसवे पर बनेगें रेस्ट एरिया

बता दें कि कटरा एक्सप्रेसवे का हरियाणा क्षेत्र में लगभग 135 KM लंबा हिस्सा विकसित किया गया है। यह एक्सप्रेसवे नवंबर 2024 में शुरू हो चुका है और वर्तमान में इस पर वाहनों की आवाजाही तेज गति से हो रही है। यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अब एक्सप्रेसवे पर ठहरने, भोजन और अन्य बुनियादी सुविधाओं के लिए रेस्ट एरिया बनाए जाने की योजना पर काम शुरू किया गया है। 

1866 करोड़ आएगा खर्च 

NHAI के अनुसार जसौर खेड़ी से करीब 34 किलोमीटर के हिस्से में इस परियोजना पर लगभग 1,866 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं. रेस्ट एरिया में पार्किंग, शौचालय, फूड कोर्ट, पेट्रोल पंप, प्राथमिक चिकित्सा और ड्राइवरों के लिए विश्राम की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. इससे लंबी दूरी तय करने वाले यात्रियों को काफी राहत मिलेगी.

अधिकारियों ने दी जानकारी

इसी बीच केएमपी (कुंडली–मानेसर–पलवल) एक्सप्रेसवे और कटरा एक्सप्रेसवे के बीच निलौठी के पास जीरो पॉइंट पर इंटरचेंज का काम भी तेजी से चल रहा है. यहां डबल ट्रम्पेट इंटरचेंज का निर्माण किया जा रहा है, जो फिलहाल अधूरा है. अधिकारियों के अनुसार, इस इंटरचेंज को पूरा होने में अभी लगभग दो महीने और लग सकते हैं.

हरियाणा के इन जिलों से होकर गुजरता

दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे का पहला चरण हरियाणा में चालू हो गया है. हरियाणा में, यह एक्सप्रेसवे 135 किमी की दूरी तय करता है और झज्जर जिले (जसौर खेड़ी), रोहतक जिले (हसन गढ़, सांपला-खरखौदा), सोनीपत जिले (लहकान माजरा और गोहाना), जींद जिले (जींद और असंध), और कैथल जिले (नरवाना-कैथल) से गुजरता है.जिससे यात्रीयों को लाभ होगा.

रेस्ट एरिया का निर्माण मार्च 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य

सरकार का लक्ष्य है कि 31 दिसंबर 2025 और अप्रैल 2026 तक अधिकांश एक्सप्रेसवे का काम पूरा कर लिया जाए. इसके चालू होने से दिल्ली और जम्मू-कश्मीर के बीच यात्रा न केवल तेज होगी, बल्कि व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. इस  कटरा एक्सप्रेसवे का 12 आधुनिक रेस्ट एरिया विकसित करने का काम इसे मार्च 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.