दिल्ली से गुरुग्राम केवल 25 मिनट में...सरकार बनाएगी ये डायरेक्ट एक्सप्रेसवे

दरअसल, ग्यारह मूर्ति या तालकटोरा स्टेडियम से गुरुग्राम तक एक सीधा एक्सप्रेसवे बनाने की योजना पर अभी विचार किया जा रहा है। खबरों की मानें, तो यह प्रोजेक्ट लुटियंस दिल्ली और मध्य दिल्ली में ट्रैफिर की भीड़भाड़ को कम करने के उद्देश्य से शुरू किए गए दो प्रमुख प्रस्तावों का हिस्सा है। खबरों की मानें, तो पिछले महीने जून में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता और वरिष्ठ अधिकारियों की अध्यक्षता में हुई एक हाईलेवल मीटिंग में इस प्लानिंग पर चर्चा हुई थी। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को इन व्यस्त इलाकों में भीड़भाड़ से निपटने के लिए एक विस्तृत योजना तैयार करने को कहा गया था।
वहीं दूसरा प्रस्ताव एक बड़े एलिवेटेड कॉरिडोर या सुरंग का है। इसका उद्देश्य दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के अंतिम छोर को AIIMS से महिपालपुर बाईपास तक प्रस्तावित एलिवेटेड कॉरिडोर से कनेक्ट करने का है।खबरों की मानें, तो इससे रिंग रोड और महरौली-गुरुग्राम मार्ग पर यातायात का दबाव भी कम होगा।
अभी दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे, दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे और जल्द ही खुलने वाला दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का डीएनडी-सोहना (जेवर) लिंक, सभी सराय काले खां के पास मिलते हैं। ऐसे में अगर वैकल्पिक मार्ग नहीं बनाए गए, तो इससे मध्य दिल्ली में और ज्यादा ट्रैफिक बढ़ सकता है।
एम्स से महिपालपुर तक बनेगा एलिवेटेड रोड
बताया जा रहा है कि केंद्र ने पहले एम्स से महिपालपुर बाईपास तक 20 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड कॉरिडोर की योजना बनाई थी, जो गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड तक भी जाएगा। यह मार्ग NH-48 के विकल्प के रूप में काम करेगा।
कहां से कहां तक जाएगी
इस परियोजना की अनुमानित लागत ₹5,000 करोड़ बताई जा रही है है। यह एम्स से शुरू होकर रिंग रोड के साथ-साथ चलेगी और वसंत कुंज में नेल्सन मंडेला मार्ग से कनेक्ट होगी। वहीं 5 किलोमीटर लंबी एक सुरंग इसे आईजीआई हवाई अड्डे और द्वारका एक्सप्रेसवे से जोड़ेगी। एक और कॉरिडोर गुरुग्राम और फरीदाबाद की ओर जाएगा।