Delhi-Dehradun Expressway: दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे जल्द ही शुरू होने वाला है। इसी जानकारी सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) ने बुधवार को राज्यसभा में दी है। उन्होंने कहा कि देहरादून-दिल्ली एक्सेस कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे की वजह से 17,913 पेड़ या तो काटे गए या फिर प्रत्यारोपित किए गए है। उन्होंने सदन में यह भी बताया गया कि एक्सप्रेसवे अक्टूबर 2025 तक बनकर तैयार होने की उम्मीद है।
दरअसल, दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पूरी तरह से बनने के बाद दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय 5-6 घंटे से घटाकर केवल 2 से 2.5 घंटे कर देगा। यह पूर्वी दिल्ली के अक्षरधाम से शुरू होकर बागपत, शामली, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर से होकर गुजरेगा। उत्तराखंड के सांसद नरेश बंसल ने मंत्रालय से इस प्रोजेक्ट के बारे में पूछा था। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि 11,868.6 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित इस एक्सेस-कंट्रोल हाईवे का निर्माण अक्टूबर 2025 तक पूरा होने का लक्ष्य है।
गडकरी ने कहा कि परियोजना के लिए कुल 17,913 पेड़ काटे/रोपे गए हैं। वहीं वन विभागों की ओर से 22.05 करोड़ रुपये की लागत से कुल 157.2 हेक्टेयर भूमि पर प्रतिपूरक वनरोपण किया जा रहा है।" उन्होंने बताया कि इसके अलावा, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की ओर से राजमार्ग के अधिकार क्षेत्र में 50,600 वृक्षों का रोपण भी किया गया है।
गडकरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में शिवालिक और देहरादून वन प्रभागों को क्रमशः पर्यावरण-पुनर्स्थापना के लिए अतिरिक्त 40 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
गडकरी ने आश्वासन दिया कि भारतीय सड़क कांग्रेस (आईआरसी) के कोडल प्रावधानों के अनुसार संभावित भूस्खलन वाले स्थानों पर पर्याप्त भूस्खलन शमन उपाय किए गए हैं।
40,000 पेड़ लगाए जाएंगे
खबरों की मानें, तो एनएचएआई ने दिल्ली-देहरादून कॉरिडोर पर लगभग 40,000 पेड़ लगाने की पहल शुरू की है। इस एक्सप्रेसवे से यात्रा का समय काफी कम होगा और भीड़भाड़ कम होगी। राष्ट्रीय राजधानी से देहरादून तक की यात्रा आसान बनाने के अलावा, यह एक्सप्रेसवे पूर्वी दिल्ली के कुछ हिस्सों में भीड़भाड़ कम करने में भी मदद करेगा। पूरे कॉरिडोर को न्यूनतम 100 किमी/घंटा की गति से वाहन चलाने के लिए डिजाइन किया गया है।
जल्द ही होगा पूरे हिस्से का उद्घाटन
मूल रूप से मार्च 2024 तक पूरा होने वाला यह प्रोजेक्ट देरी का सामना कर रहा था। नए साल के आसपास इसका आंशिक उद्घाटन करने की योजना थी, लेकिन इसे स्थगित कर दिया गया। अब, पूरे हिस्से का एक साथ उद्घाटन किया जाएगा।
