Haryana CET परीक्षा से पहले आयोग का हाई अलर्ट, ऐसे अभ्यर्थियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई

सोशल मीडिया पर रहेगी नजर
आयोग ने साफ किया है कि नकल या अनुचित साधनों का इस्तेमाल करने वालों को न केवल पांच साल तक परीक्षा में बैठने से रोका जाएगा, बल्कि उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। HSSC ने एक सार्वजनिक नोटिस में कहा है कि कुछ लोग यूट्यूब, व्हाट्सएप, टेलीग्राम, फेसबुक, ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर परीक्षा से जुड़ी गोपनीय जानकारी साझा कर रहे हैं।
आयोग ने इसे गंभीर कदाचार की श्रेणी में रखा है। किसी भी माध्यम-चाहे वह लिखित, मौखिक, इलेक्ट्रॉनिक या मैकेनिकल हो-से जानकारी साझा करने वालों पर सख्त अनुशासनात्मक और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इनके खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई
आपको बता दें कि यदि कोई व्यक्ति परीक्षा केंद्र से रफ शीट या प्रश्नपत्र जैसी कोई सामग्री बिना अनुमति के बाहर ले जाता है, तो उसे तत्काल अयोग्य घोषित किया जा सकता है और भविष्य की परीक्षाओं में भाग लेने से भी वंचित किया जा सकता है। ऐसे मामलों को आपराधिक गतिविधि मानते हुए पुलिस को भी सौंपा जा सकता है।
इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ पकड़े जानें पर होगी कार्रवाई
HSSC ने इस बार "अनुचित साधन केस" की नई श्रेणी बनाई है। यदि कोई अभ्यर्थी नकल, जाली दस्तावेज, मोबाइल, ब्लूटूथ, चिप, कैमरा या किसी अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ पकड़ा जाता है, तो उसे इस श्रेणी में रखा जाएगा। ऐसे व्यक्ति पर पांच साल तक किसी भी परीक्षा में भाग लेने पर प्रतिबंध लगेगा और उसका परिणाम भी घोषित नहीं किया जाएगा। पहले इस तरह के मामलों में दो साल की सजा का प्रावधान था, जिसे अब सख्त करते हुए पांच साल तक परीक्षा प्रतिबंध में बदला गया है।
निगरानी व्यवस्था होगी हाईटेक
परीक्षा को पारदर्शी बनाने के लिए हर केंद्र के प्रत्येक कक्ष में चार सीसीटीवी लगाए जाएंगे। वीडियो रिकॉर्डिंग होगी और उसे आयोग के सर्वर में सुरक्षित रखा जाएगा। पंचकूला में एक कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां से पूरे परीक्षा संचालन पर नजर रखी जाएगी।