Haryana Nikay Chunav: हरियाणा में नगर निगम, नगर परिषद और नगर पालिकाओं के चुनाव ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) से कराए जाएंगे। राज्य चुनाव आयोग ने कांग्रेस की ओर से की गई बैलेट पेपर से चुनाव करवाने की मांग को खारिज कर दिया है। आयोग ने स्पष्ट किया कि निकाय चुनाव ईवीएम के माध्यम से पारदर्शिता के साथ कराए जाएंगे।
कांग्रेस की मांग और चुनाव आयोग का जवाब
सोमवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह से मुलाकात कर निकाय चुनाव बैलेट पेपर से करवाने की मांग रखी थी। कांग्रेस ने ईवीएम में धांधली की आशंका जताई थी। इससे पहले भी विधानसभा चुनावों के नतीजों के बाद कांग्रेस ने ईवीएम पर सवाल उठाए थे।
राज्य चुनाव आयोग ने 4 फरवरी को निकाय चुनावों की घोषणा की थी। इस बार कांग्रेस ने नगर निगम में मेयर और निगम पार्षदों के चुनाव पार्टी सिंबल पर लड़ने का फैसला किया है। वहीं, नगर परिषद के चेयरमैन पद का चुनाव भी पार्टी चिह्न पर लड़ा जाएगा।
उत्तराखंड का हवाला, लेकिन मांग खारिज
पिछले हफ्ते दिल्ली में कांग्रेस की बैठक में बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग उठी थी। कांग्रेस ने भाजपा शासित उत्तराखंड का हवाला देते हुए कहा कि वहां निकाय चुनाव बैलेट पेपर से कराए गए, इसलिए हरियाणा में भी यही तरीका अपनाया जाए। लेकिन चुनाव आयोग ने इस मांग को अव्यवहारिक बताते हुए खारिज कर दिया।
चुनाव आयुक्त धनपत सिंह ने मंगलवार को कांग्रेस को जवाब भेजकर स्पष्ट कर दिया कि निकाय चुनाव ईवीएम से ही होंगे। आयोग की ओर से सभी जिलों में ईवीएम मशीनें पहले ही भेजी जा चुकी हैं। इसके अलावा, हैदराबाद और बेंगलुरु से आए इंजीनियरों की टीम ने ईवीएम की जांच पूरी कर ली है और एनओसी जारी कर दी है। इसके बाद मतदान केंद्रों के अनुसार मशीनें आवंटित की गई हैं।
ईवीएम पर पहले भी सवाल, आयोग ने दिया करारा जवाब
हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद भी कांग्रेस ने ईवीएम में गड़बड़ी के आरोप लगाए थे। कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्य चुनाव आयुक्त से दो बार मिल चुका है, लेकिन उनकी शिकायतों को खारिज कर दिया गया था। इतना ही नहीं, आयोग ने कांग्रेस को स्पष्ट जवाब देते हुए कहा था कि ईवीएम में धांधली संभव नहीं है।
हरियाणा कांग्रेस के कई नेताओं और विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों ने ईवीएम को लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में केस भी दायर किया था। हालांकि, अदालत में भी इन आरोपों पर कोई ठोस प्रमाण नहीं मिल पाया।
चुनाव प्रक्रिया जारी, पारदर्शिता का भरोसा
हरियाणा चुनाव आयोग ने कांग्रेस की मांग को अव्यवहारिक बताते हुए कहा कि 4 फरवरी को चुनाव कार्यक्रम घोषित किया गया था और मंगलवार से नामांकन प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। ऐसे में अब बैलेट पेपर से चुनाव करवाने की मांग का कोई औचित्य नहीं है।
आयोग ने कहा कि ईवीएम से चुनाव कराने से प्रक्रिया तेज और पारदर्शी होती है। इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि निष्पक्षता के साथ चुनाव संपन्न हों।
हरियाणा निकाय चुनाव को लेकर कांग्रेस की बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग को चुनाव आयोग ने सिरे से खारिज कर दिया है। आयोग ने साफ कर दिया कि ईवीएम से ही पूरी पारदर्शिता के साथ चुनाव संपन्न होंगे। सभी जिलों में ईवीएम मशीनें पहले ही भेजी जा चुकी हैं और विशेषज्ञों द्वारा इनकी जांच भी पूरी हो चुकी है। ऐसे में अब स्पष्ट हो गया है कि हरियाणा में निकाय चुनाव ईवीएम से ही होंगे।