हरियाणा सरकार का एक्शन लगातार जारी, इस सिंगर का दूसरा गाना बैन, 'कोर्ट में नहीं चलेगी गोली'!
हरियाणा में गन कल्चर और हिंसा को बढ़ावा देने के आरोप में हरियाणवी गानों पर बैन का सिलसिला जारी है, जिसके खिलाफ अब सिंगर्स का विरोध तेज हो गया है। मशहूर सिंगर अंकित बालियान, जिनका गाना 'भरी कोर्ट में गोली मारेंगे मेरी जान' काफी चर्चित रहा, ने अपने दो गानों के बैन होने पर कड़ा ऐतराज जताया है। इसके साथ ही मासूम शर्मा, अमित सैनी रोहतकिया, गजेंद्र फोगाट, और रैपर ढांडा न्योलीवाला जैसे कलाकारों के गाने भी बैन किए गए हैं। अब तक 30 से ज्यादा गाने यूट्यूब से हटाए जा चुके हैं, जिनमें मासूम शर्मा के गानों की संख्या सबसे अधिक है।
अंकित बालियान का गुस्सा: "फाइनेंशियल लॉस का हर्जाना कौन देगा?"
अंकित बालियान ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा, "मेरे 250 मिलियन व्यूज वाले गाने 'भरी कोर्ट में गोली मारेंगे' के बाद अब '112 NE' गाना भी बैन कर दिया गया, जिसके 10 मिलियन व्यूज थे। इससे होने वाला फाइनेंशियल लॉस कौन भरेगा? मैंने अपने दम पर गाने बनाए, कोई कंपनी या प्रोड्यूसर नहीं था। सरकार ने बैन कर दिया, लेकिन मेरे नुकसान का हर्जाना कौन देगा? अगर ऐसा ही रहा तो हम हरियाणा छोड़ने को मजबूर हो जाएंगे और पंजाब, यूपी या भोजपुरी गाने गाने पड़ेंगे।"
अंकित ने यह भी सवाल उठाया कि उनके गाने परिवार के साथ सुने जा सकते हैं, फिर उन्हें क्यों निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा, "मैंने दो साल में सिर्फ 5-6 गाने बनाए, जिनमें से 2 बैन हो गए। क्या मेरे गाने इतने खतरनाक हैं कि समाज खराब हो रहा है? लोग बताएं, मेरा कौन सा गाना ऐसा है जिसे घर में नहीं सुन सकते?"
बैन हुए प्रमुख गाने और सिंगर्स
हरियाणा सरकार ने गन कल्चर और हिंसा को बढ़ावा देने के आधार पर अब तक कई गानों पर प्रतिबंध लगाया है। इनमें शामिल हैं:
- मासूम शर्मा: सबसे ज्यादा प्रभावित, 10 से अधिक गाने बैन, जैसे 'खटोला-2', '60 मुकदमे', 'ट्यूशन बदमाशी का', और 'दो बंदे'।
- अंकित बालियान: 'भरी कोर्ट में गोली मारेंगे' (15 फरवरी 2023 को रिलीज) और '112 NE'।
- अमित सैनी रोहतकिया: 'एफिडेविट' सहित कई गाने बैन।
- गजेंद्र फोगाट: 'तड़के पावेगी लाश नहर में' (अमित सैनी रोहतकिया द्वारा लिखित)।
- ढांडा न्योलीवाला: रैप सॉन्ग 'इलीगल' (2 मिलियन व्यूज के साथ बैन)।
शामली रोड शो में FIR
अंकित बालियान का नाम पहले भी विवादों में आ चुका है। 27 जुलाई 2023 को उत्तर प्रदेश के शामली में उनके स्वागत समारोह के दौरान बिना अनुमति रोड शो निकाला गया था। इस दौरान गाड़ियों और बाइकों के काफिले में हुड़दंगबाजी हुई, जिसके बाद अंकित बालियान सहित 40 से ज्यादा लोगों पर नियमों के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया था।
सिंगर्स का आरोप: भेदभाव और टारगेटिंग
- अंकित बालियान ने कहा कि उनके गाने बैन करने से हरियाणवी म्यूजिक इंडस्ट्री को नुकसान हो रहा है और सरकार को निष्पक्ष कार्रवाई करनी चाहिए।
- मासूम शर्मा ने आरोप लगाया कि कुछ लोग उन्हें व्यक्तिगत रूप से टारगेट कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "अगर गन कल्चर गलत है, तो सभी गानों पर एकसमान कार्रवाई हो।"
- सोशल मीडिया पर 'आई सपोर्ट मासूम शर्मा' जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं, जहां फैंस सरकार के फैसले पर सवाल उठा रहे हैं।
सरकार का रुख
हरियाणा के मुख्यमंत्री ** níab Singh Saini** ने गन कल्चर को बढ़ावा देने वाले गानों पर सख्ती के निर्देश दिए थे। उनका कहना है कि ऐसे गाने युवाओं में अपराध को बढ़ावा देते हैं। पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट सोशल मीडिया पर नजर रख रही है और अब तक 30 से ज्यादा गाने यूट्यूब से हटाए जा चुके हैं।
क्या है विवाद की जड़?
- गन कल्चर का प्रभाव: सरकार का दावा है कि कुछ हरियाणवी गाने हिंसा, बंदूक, और बदमाशी को ग्लैमराइज करते हैं, जिससे युवा गलत रास्ते पर जा रहे हैं।
- सिंगर्स का तर्क: सिंगर्स का कहना है कि उनके गाने मनोरंजन के लिए हैं और समाज को खराब करने का इरादा नहीं है। वे पूछते हैं कि अगर गन कल्चर गलत है, तो पंजाबी या अन्य भाषाओं के गानों पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही?
- आर्थिक नुकसान: बैन से सिंगर्स को लाखों-करोड़ों का नुकसान हो रहा है, क्योंकि उनके गाने मिलियन व्यूज के साथ वायरल हो चुके थे।
सामाजिक और सांस्कृतिक बहस
- खाप पंचायतों और दादरी बार एसोसिएशन ने गन कल्चर और अश्लीलता फैलाने वाले गानों पर बैन का समर्थन किया है। उनका कहना है कि ऐसे गाने हरियाणा की संस्कृति को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
- वहीं, कुछ लोग इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला मान रहे हैं। सिंगर्स का कहना है कि सरकार को पहले नशे और अपराध पर लगाम लगानी चाहिए, न कि गानों को टारगेट करना चाहिए।
नोट: यह विवाद हरियाणवी म्यूजिक इंडस्ट्री और सामाजिक मूल्यों के बीच टकराव को दर्शाता है। ताजा अपडेट्स के लिए स्थानीय समाचार स्रोतों पर नजर रखें।
