Toll System: इन एक्सप्रेसवे पर काम नहीं करेगा FASTag का सालाना पास, देखें लिस्ट 
 
Toll System: इन एक्सप्रेसवे पर काम नहीं करेगा FASTag का सालाना पास, देखें लिस्ट 
Toll System: वाहन चालकों के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। सड़क यात्रियों को टोल खर्च से राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने 15 अगस्त को FASTag सालाना पास लॉन्च किया। जानकारी के मुताबिक, यह पास 3,000 रुपये में उपलब्ध है और इसके जरिए एक साल में 200 ट्रिप तक की सुविधा मिलेगी। 

मिली जानकारी के अनुसार, यानी किसी भी NHAI टोल प्लाजा पर गाड़ी के एक बार गुजरने को एक ट्रिप माना जाएगा। हालांकि, यह सुविधा हर जगह उपलब्ध नहीं होगी। Toll System

कहां-कहां मिलेगा फायदा?

जानकारी के मुताबिक, FASTag सालाना पास सिर्फ NHAI (राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) द्वारा संचालित हाईवे और एक्सप्रेसवे पर ही मान्य होगा। इसमें कई बड़े नेशनल हाईवे शामिल हैं, जैसे– Toll System

NH-19 (दिल्ली-कोलकाता मार्ग)
NH-3 (आगरा-मुंबई)
NH-48 (नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर)
NH-27 (पोरबंदर-शिलचर)
NH-16 (कोलकाता-ईस्टर्न कोस्ट)
NH-65 (पुणे-मछलीपट्टनम)
NH-11 (आगरा-बिकानेर)
NH-44 (श्रीनगर-कन्याकुमारी)

मिली जानकारी के अनुसार, इसके अलावा यह पास दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरिफेरल रोड, मुंबई-नासिक, मुंबई-सूरत, चेन्नई-सेलम, मुंबई-रत्नागिरी, दिल्ली-Meerut और अहमदाबाद-वडोदरा एक्सप्रेसवे पर भी मान्य होगा। Toll System

नहीं चलेगा पास?

जानकारी के मुताबिक, अगर आप सोच रहे हैं कि यह पास हर सड़क पर काम करेगा, तो यह गलतफहमी दूर कर लीजिए। स्टेट हाईवे और राज्य सरकार द्वारा मैनेज किए गए एक्सप्रेसवे पर यह सुविधा मान्य नहीं होगी। उदाहरण के लिए यमुना एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर यात्रियों को सामान्य FASTag बैलेंस से ही टोल भरना होगा। Toll System

जबरदस्त रिस्पॉन्स

मिली जानकारी के अनुसार, NHAI के मुताबिक, लॉन्च के सिर्फ चार दिन में ही इस FASTag वार्षिक पास को 5 लाख से ज्यादा लोगों ने खरीद लिया। सबसे ज्यादा पास तमिलनाडु में खरीदे गए, उसके बाद कर्नाटक और हरियाणा का नंबर रहा। वहीं, अधिकतम ट्रांजैक्शन तमिलनाडु, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के टोल प्लाजा पर दर्ज किए गए। Toll System

जानकारी के मुताबिक, FASTag वार्षिक पास उन लोगों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है जो अक्सर लंबी दूरी की यात्रा करते हैं। हालांकि, यात्रियों को इस बात का ध्यान रखना होगा कि यह सुविधा सिर्फ NHAI के अधीन हाईवे और एक्सप्रेसवे पर ही लागू होगी।