New Expressways 2025: दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे से सफर होगा आसान, जानें डिटेल्स
New Expressways 2025: साल 2025 भारत के लिए बेहतरीन कनेक्टिविटी की सौगात लेकर आया है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे जैसे मेगा प्रोजेक्ट्स इस साल लोगों के सफर को तेज और सुविधाजनक बनाने जा रहे हैं। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को 2025 के अंत तक पूरी तरह खोल दिया जाएगा, जबकि दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का उद्घाटन जल्द होने वाला है। ये दोनों प्रोजेक्ट भारतमाला परियोजना का हिस्सा हैं और देश की सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर में क्रांति लाने के लिए तैयार हैं।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे: 12 घंटे में सफर
1350 किलोमीटर लंबा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे इस साल के अंत तक पूरी तरह चालू हो जाएगा। अभी तक 630 किलोमीटर का हिस्सा वाहनों के लिए खोला जा चुका है। इस एक्सप्रेसवे के बनने से दिल्ली से मुंबई का सफर 24 घंटे से घटकर 12-13 घंटे का रह जाएगा, यानी 12 घंटे की बचत। यह एक्सप्रेसवे हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र जैसे 5 राज्यों को जोड़ेगा। भारतमाला परियोजना के तहत बन रहा यह हाईवे देश की आर्थिक और लॉजिस्टिक्स रीढ़ को मजबूत करेगा।
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे: ढाई घंटे में पहुंचें New Expressways 2025
264 किलोमीटर लंबा दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे भी तैयार हो चुका है और इसका उद्घाटन जल्द होने वाला है। इस एक्सप्रेसवे से दिल्ली से देहरादून का सफर महज ढाई घंटे में पूरा होगा, जो अभी 6-7 घंटे लेता है। खास बात यह है कि इस हाईवे पर हरिद्वार को जोड़ने वाली एक कनेक्टिंग रोड भी बनाई जा रही है, जिससे उत्तराखंड की कनेक्टिविटी और बेहतर होगी। इसे "जंगल सफारी एक्सप्रेसवे" भी कहा जा रहा है, क्योंकि यह रास्ते में प्राकृतिक नजारे पेश करेगा।
भारत के लिए क्यों अहम हैं ये एक्सप्रेसवे? New Expressways 2025
- दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे: 1350 किमी की दूरी, 5 राज्य, 12-13 घंटे का सफर, 630 किमी चालू।
- दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे: 264 किमी, ढाई घंटे का सफर, हरिद्वार कनेक्टिविटी। ये दोनों प्रोजेक्ट न सिर्फ समय बचाएंगे, बल्कि ईंधन की खपत, ट्रैफिक जाम और प्रदूषण को भी कम करेंगे। साथ ही, व्यापार, पर्यटन और रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।
2025 में सड़क क्रांति
दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के खुलने से 2025 में भारत की सड़क कनेक्टिविटी में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। ये हाईवे न केवल यात्रियों के लिए राहत लेकर आएंगे, बल्कि देश के आर्थिक विकास को भी गति देंगे।
