71वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड में मनीष सैनी को तीसरा राष्ट्रीय सम्मान, शॉर्ट फिल्म 'गिद्ध' को मिला अवॉर्ड

 
71वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड में मनीष सैनी को तीसरा राष्ट्रीय सम्मान, शॉर्ट फिल्म 'गिद्ध' को मिला अवॉर्ड
 

हरविंद्र यादव अटेली मंडी

महेंद्रगढ़ जिले की अटेली विधानसभा के निवासी और चर्चित फिल्म निर्माता मनीष सैनी को 71वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स में उनकी शॉर्ट फिल्म गिद्ध के लिए राष्ट्रीय सम्मान मिला है। यह मनीष सैनी का तीसरा नेशनल अवॉर्ड है, जिससे उन्होंने एक बार फिर अटेली और हरियाणा का नाम पूरे देश में रोशन किया है।

मनीष सैनी के पिता सुगन चंद सैनी भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, जबकि माता सुकांतला देवी एक धार्मिक और संस्कारी महिला मानी जाती हैं। बेटे को तीसरी बार नेशनल अवॉर्ड मिलने पर माता-पिता की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने कहा कि "भगवान ऐसा बेटा सबको दे, जिसने अटेली का नाम राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई।"

इससे पहले मनीष सैनी को 65वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में उनकी पहली गुजराती फिल्म ध्ह (2017) के लिए गुजराती में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का अवॉर्ड मिल चुका है। इसके बाद 69वें नेशनल अवॉर्ड में उनकी फिल्म गांधी एंड कंपनी को बेस्ट चिल्ड्रन फीचर फिल्म के तौर पर सम्मानित किया गया था।

मनीष सैनी भारतीय सिनेमा में खास तौर पर गुजराती फिल्मों में सक्रिय हैं और अपनी अलग सोच व निर्देशन शैली के लिए पहचाने जाते हैं। उनकी फिल्मों में सामाजिक संदेश, बच्चों की मासूम दुनिया और मानवीय संवेदनाओं का सुंदर चित्रण देखने को मिलता है।

फिल्म गिद्ध को मिला यह राष्ट्रीय सम्मान न केवल मनीष सैनी की प्रतिभा का प्रमाण है, बल्कि हरियाणा के ग्रामीण अंचलों से निकलकर राष्ट्रीय मंच तक पहुंचने की एक प्रेरक मिसाल भी है।                   पूर्व सिंचाई मंत्री ने दी बंधाई                       मनीष सैनी को मिली इस सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए पूर्व मंत्री डा़ अभय सिंह यादव ने मनीष सैनी को ट्वीट कर बधाई देते हुए लिखा कि मनीष सैनी को नेशनल फिल्म अवार्ड मिलना समस्त महेन्द्रगढ़ जिले के लिए गौरव की बात है। बहुत बहम बधाई। भाई मनीष सैनी को इसी तरह आगे बढ़ने केलिए भगवान शक्ति और सामर्थ्य दे ।

आखिर कौन है मनीष सैनी

मनीष सैनी भारतीय फिल्म निर्माता है. जो गुजराती भाषा की फिल्मों में काम करते हैं. हरियाणा की अटेली विधानसभा में उनका जन्म हुआ है. मनीष सैनी बताते हैं कि उन्हें बचपन से फिल्म राइटिंग का शौक रहा है. उन्होंने अटेली के आदर्श स्कूल से 10वीं की पढ़ाई की है. इसके बाद वह अहमदाबाद चले गए.जहां पर उन्होंने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन का कोर्स किया. इसके बाद फिल्मी करियर शुरू किया. साल 2017 में मनीष सैनी DHH फिल्म के लिए जाने गए. इसके लिए उन्हें 65वां य फिल्म पुरस्कार मिला. मनीष की दूसरी फिल्म, गांधी एंड कंपनी ने इंटरनेशनल गुजराती फिल्म महोत्सव (IGFF) 2022 में सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्म का पुरस्कार जीता और चेक गणराज्य में प्रदर्शित होने के लिए भी चुनी गई.

मनीष सैनी चार बहनों की बीच इकलौता भाई है पत्नी अमृता परांदे भी ग्राफिक डिजाइनर है