Delhi-Gurugram Expressway होगा चकाचक, इस महीने शुरू होगा कायाकल्प का काम

 NHAI ने कायाकल्प करने की जिम्मेदारी CP अरोड़ा इंजीनियर्स कांट्रेक्टर प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी को सौंपी है। कंपनी को दो साल के भीतर सभी कार्य पूरे करने होंगे।
 
Delhi-Gurugram Expressway will be sparkling
Delhi-Gurugram Expressway : केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी लोगों को बेहतर यतायात सुविधा देने के लिए लगातार एक्सप्रेसवे, हाईवे और सड़कों का निर्माण कर रहे है। लोगों को बेहतर रोड सुविधा देने के लिए सरकार द्वारा ये प्रयास किये जा रहे हैं। इसी बीच दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है। अगले महीने से जमीनी स्तर पर इस एक्सप्रेसवे के कायाकल्प का काम शुरू हो जाएगा। NHAI ने कायाकल्प करने की जिम्मेदारी CP अरोड़ा इंजीनियर्स कांट्रेक्टर प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी को सौंपी है। 

अगस्त में काम शुरू होगा काम 

इस प्रोजेक्ट को लेकर कंपनी को दो साल के भीतर सभी कार्य पूरे करने होंगे। सड़क की मरम्मत का कार्य मानसून के बाद शुरू होगा। इससे पहले रेलिंग को दुरुस्त करने का काम शुरू किया जाएगा। बताया जाता है कि रेलिंग दुरुस्त करने काम जुलाई में ही काम शुरू होना था लेकिन कांवड़ यात्रा को देखते हुए अगस्त में काम शुरू किया जाएगा। कांवड़ यात्रा के दौरान एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक का दबाव बढ़ जाता है।

अधिकतर लाइटें भी खराब 

आपको बता दें कि दिल्ली-जयपुर का धौलाकुआं से लेकर खेड़कीदौला टोल प्लाजा तक का हिस्सा एक्सप्रेसवे है। रखरखाव के ऊपर गंभीरता से ध्यान न दिए जाने के कारण इसकी पहचान बदहाल एक्सप्रेसवे के रूप में बन चुकी है। न रेलिंग दुरुस्त है, न एग्जिट व एंट्री ठीक है और न ही सड़क ही। अधिकतर लाइटें भी खराब हैं। हीरो होंडा चौक से खेड़कीदौला टोल प्लाजा की तरफ सर्विस लेन की हालत इतनी जर्जर है कि सही से पैदल भी नहीं चल सकते।

दोनों तरफ सर्विस लेन होंगी ऊँची 

कंपनी ने काम शुरू करने के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी है। इससे उम्मीद है कि अगस्त महीने से जमीनी स्तर पर काम शुरू हो जाएगा। दो साल के भीतर हर हाल में एक्सप्रेसवे का कायाकल्प करने का लक्ष्य रखा गया है। मानसून के दौरान ही नहीं बल्कि बाकी महीनों के दौरान भी कई बार नरसिंहपुर के आसपास दोनों तरफ नालों के ओवरफ्लो होने से सर्विस लेन पर पानी जमा हो जाता है। इसे देखते हुए दोनों तरफ सर्विस लेन को कुछ ऊंचा किया जाएगा। 

इसके साथ ही दोनों तरफ आरएमसी (रेडी-मिक्स कंक्रीट) की सड़क बनाई जाएगी। इससे जलभराव के दौरान भी सड़क नहीं टूटेगी। ऊंचाई कितनी बढ़ाई जाएगी, यह निर्णय होना अभी बाकी है।