Surajkund Mela 2025: सूरजकुंड में लगेगा 'भव्य दिवाली मेला', जानें कब से होगा शुरू
एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मेले में लगभग 500 स्टॉल लगाए जाएंगे। इन स्टॉल्स पर आभूषण, परिधान, फैशन एक्सेसरीज, घरेलू सजावटी सामग्री, गिफ्ट आइटम्स, खिलौने और कला-संस्कृति से जुड़ी वस्तुएँ उपलब्ध होंगी। इसके साथ ही विभिन्न क्षेत्रों के पारंपरिक और आधुनिक व्यंजन भी लोगों को आकर्षित करेंगे। मेला स्थानीय व्यापार को बढ़ावा देने के साथ-साथ आगंतुकों को एक ही स्थान पर विविध वस्तुओं की खरीद का अवसर देगा। आगंतुकों की सुविधा के लिए मेले को अलग-अलग रंगों के आधार पर जोन में विभाजित किया जाएगा। उदाहरण के तौर पर-पीला रंग खाद्य वस्तुओं का, बैंगनी रंग परिधानों का और अन्य रंग अलग-अलग श्रेणियों के लिए होंगे। इस व्यवस्था से लोगों को अपनी पसंद की वस्तु तक पहुंचने में आसानी होगी और खरीदारी का अनुभव और अधिक व्यवस्थित बनेगा।
रोजाना छह बजे होगा म्यूजिकल शो
वहीं मनोरंजन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर विशेष ध्यान दिया गया है। मेले में प्रतिदिन शाम 6 बजे से म्यूजिकल शो, नृत्य प्रस्तुतियाँ, फैशन शो और गायन कार्यक्रम होंगे। स्थानीय कलाकारों और परफॉर्मर्स को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा। इसे परिवार एक - साथ सांस्कृतिक विविधता का आनंद ले सकेंगे।
क्यूआर कोड होगा टिकट
प्रवेश टिकट पूरी तरह डिजिटल होंगे। प्रत्येक टिकट क्यूआर कोड आधारित होगा, जिससे प्रवेश प्रक्रिया आसान, तेज़ और सुरक्षित होगी। छात्रों को विशेष प्रोत्साहन योजना के तहत 50 प्रतिशत छूट पर टिकट दिए जाएंगे। यह सुविधा युवाओं और विद्यार्थियों को दिवाली मेला से जोड़ने का एक अभिनव प्रयास है।
विक्रेता और उद्यमियों ऐसे करा सकेंगे स्टॉस बुक
स्टॉल लगाने के इच्छुक विक्रेता और उद्यमियों के लिए 12 सितंबर 2025 से ऑनलाइन आवेदन शुरू हो चुके हैं। स्टॉल बुकिंग 'पहले आओ, पहले पाओ' के आधार पर https://mela.haryanatourism.gov.in/e/diwali-mela पोर्टल पर की जाएगी। यह व्यवस्था पूरी तरह पारदर्शी होगी, जिससे सभी प्रतिभागियों को निष्पक्ष अवसर मिल सके।
आगंतुकों की सुरक्षा और सुविधा के लिए मेले में सीसीटीवी कैमरे, कंट्रोल रूम और एम्बुलेंस सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। स्वच्छता, सैनिटेशन और पर्याप्त पार्किंग की व्यवस्था भी की जाएगी। मीडिया प्रतिनिधियों के लिए अलग से पास और प्रवेश द्वार निर्धारित होंगे। दिवाली मेले के सफल आयोजन में ग्रामीण विकास संगठनों, रेजिडेंट वेलफेयर सोसाइटीस और रोटरी क्लब जैसी सामाजिक संस्थाओं का भी महत्वपूर्ण सहयोग रहेगा। इनके सहयोग से यह आयोजन संगठित और सुरक्षित ढंग से सम्पन्न होगा।